रायगढ़। सावित्री नगर क्षेत्र में बीते एक माह से अवैध रूप से लगाए जा रहे मीना बाजार का विवाद सुलझने की बजाय अब और उलझने लगा है।
बीते दो दिन पूर्व निगम आयुक्त द्वारा अभिमत देने से मना करने बाद मीना बाजार को लेकर असंमजस और गहरा गया था इसी कड़ी में माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार गत रविवार को दोपहर एसडीएम गगन शर्मा द्वारा अपनी पूरे अमले के साथ मीना बाजार स्थल का मौक़ा मुआयना किया गया था ताकि आपत्तिकर्ताओं द्वारा की जा रही तमाम आपत्ति का निराकरण किया जा सकें , लेकिन मौका मुआयना के दौरान भी मीना बाजार स्थल से लगे रेलवे साइडिंग से लगातार भारी वाहनों की आवाजाही हो रही थी जिसके बाद एसडीएम गगन शर्मा ने इसे गंभीरता से लेते हुए दोनों पक्षों को रेलवे साइडिंग में लगने वाले रैको की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने को निर्देशित किया गया था जिसमें कल हाईकोर्ट में दाखिल याचिका के मुख्य आपत्तिकर्ता वार्ड पार्षद रिमझिम प्रसाद के द्वारा रेल्वे गुड्स सर्विस, एसईसीआर रायगढ़ कार्यालय से संकलित बीते माह जुलाई में लगे कुल रैकों की संख्या की प्रमाणिक जानकारी एफिडेविट के रूप में एसडीएम कार्यालय रायगढ़ में जमा कर दिया गया है जिसके मुताबिक पिछ्ले जुलाई माह में कुल १२ रैक आए हैं जिनके परिवहन में लगभग १००० से १२०० ट्रको का इस्तेमाल हुआ है अर्थात यह कहना ज्यादा मुफीद होगा कि लगभग हर दूसरे दिन मीना बाजार स्थल से लगे रेलवे साइडिंग में रैक आए और उनके परिवहन हेतु क्षेत्र से प्रतिदिन करीबन १०० से १२० ट्रको की आवाजाही रैक के दिन होते रही है ऐसे में प्रथम दृष्टया ही प्रतीत होता है कि रेलवे साइडिंग से लगे मीना बाजार स्थल में भारी वाहनों की आवाजाही के दौरान भयावह सड़क हादसा होने की संभावना हमेशा बनी रहेगी।

बहरहाल माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद अब मीना बाजार को लेकर निर्णय करने का पूरा दारोमदार रायगढ़ एसडीएम के पाले में है जिन्हें समक्ष आपत्तिकर्ताओं को संतुष्ट करने की बड़ी चुनौती है क्योंकि इस मामले में आपत्तिकर्ता गण पहले ही कह चुके हैं कि वे जनहित से जुड़े इस लड़ाई में न्याय नहीं मिलने की स्थिति में माननीय सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ने को प्रतिबद्ध हैं।
