जेपीएल में विश्व आदिवासी दिवस का हुआ आयोजन, आदिवासी संस्कृति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्ततियों को देखना अद्धभूतः रिषा ठाकूर

by Kakajee News

रायगढ़। जेएसपीएल फाउण्डेशन जेपीएल तमनार में द्वारा ’विश्व आदिवासी दिवस 09 अगस्त के अवसर पर जिप्ट ऑडिटोरियम जेपीएल तमनार में आदिवासी संस्कृति व परम्पराओं पर आधारित लोकनृत्य का आयोजन किया गया। जिसमें स्वामी आत्मानंद कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय गोढ़ी, शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय छर्राटांगर एवं कर्मा पार्टी महलोई व बांधपाली ने भाग लिया तथा आकर्षक नृन्य प्रस्तुत कर सभी को खुब लुभाया। इस दौरान आदिवासी लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिभागी टीम को सहायक वाद्ययंत्रों का वितरण किया गया।

कार्यक्रम श्रीमती रिषा ठाकूर, अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा के मुख्य आतिथ्य एवं श्रीमती ऋचा सिंह, तहसीलदार तमनार, सुश्री रश्मि पटेल, नायब तहसीलदार तमनार, आर.डी.कटरे उपाध्यक्ष, ऋषिकेश शर्मा, विभागाध्यक्ष, सीएसआर, राजेश रावत, उपमहाप्रबंधक, जेपीएल तमनार, शासकीय कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता जेपी साहु,   टीके साहु, सुश्री बिमला सिंह, सुश्री संतोषी पटनायक के गरीमामय उपस्थिति में आयोजित किया गया ।

कार्यक्रम में उपस्थित राजेश रावत ने प्रथमतया कहा कि आज 09 अगस्त 2023 ’विश्व आदिवासी दिवस’ के अवसर पर आदिवासी संस्कृति व परम्पराओं के संरक्षण स्वरूप पारम्परिक आदिवासी लोकनृत्य एवं कर्मा नृत्य का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य लक्ष्य आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा व संरक्षण प्रदान करना है। इस दौरान  ऋषिकेश शर्मा, विभागाध्यक्ष, सीएसआर ने कहा कि इस समुदाय की संस्कृति एवं इसकी समृद्धता को अक्षुण बनाये रखने के लिए हम सभी को प्रयासरत रहना चाहिए, जिससे इनकी संस्कृति को सहेजा जा सके। आर.डी.कटरे ने कहा कि आदिवासी संस्कृति एवं संरक्षण आवश्यक है, जिससे इनका समुचित विकास सुनिश्चित किया जा सके। श्रीमती ऋचा सिंह एवं सुश्री रश्मि पटेल ने एक लय में जेएसपीएल फाउण्डेशन जेपीएल तमनार में द्वारा ’विश्व आदिवासी दिवस 2023’ के अवसर आदिवासी संस्कृति व परम्पराओं पर आधारित लोकनृत्य कार्यक्रम का आयोजन को बेहेतरीन बताया और कहा ऐसे समर्पित प्रयास अनवरत रूप से होते रहना चाहिए।

इस अवसर पर श्रीमती ऋचा सिंह ने अपने मुख्य आतिथ्य सम्बोधन में कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय आदिवासी भाइयों के मध्य स्वयं को पाकर अभिभूत हॅु। इनके द्वारा आदिवासी संस्कृति से ओतप्रोत बेहतर सांस्कृतिक प्रस्तुती को देखना अपने आप में शानदार अनुभव है। उन्होनें कहा कि ऐसे कार्यक्रमों व लोकोपयोगी योजनाओं का संचालन आवश्यक है, जिससें कि इनकी परम्परा व संस्कृति का समुचित विकास सुनिश्चित किया जा सके। कार्यक्रम के अवसर पर भारी संख्या में छात्रध्छात्राएॅ, विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक, कर्मचारी, जिप्ट के प्रशिक्षु विद्यार्थी एवं ठेका श्रमिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान आभार ज्ञापन सुश्री नीतू सारस्वत एवं मंच संचालन राजेश रावत ने किया।

Related Posts