कांकेर। ताडोकी धाना के संतरी ने रात दो बजे लगभग नारायणपुर से बिलासपुर जा रही नारायणपुर आश्रम की बस जिसमे 42 बच्चे बिलासपुर खेलने जा रहे थे देखा कि टायर में आग लगी है तुरंत टीआई ताड़ोकी को सूचना दी टीआई अमित पदमशाली फौरन गाड़ी के पीछे अपनी वाहन से दौडे और हरदास ढाबा से पांच सौ मीटर पहले रुकवाया जबतक गाडी में आग और भड़क गयी टीआई साहब ने सारे बच्चों को बस से उतार लिया और किसी भी प्रकार की जनहानी से बचा लिया,टीआई ने तत्काल अपने उच्च अधिकारियों को सूचित किया उसके बाद फायर ब्रिगेड भी पहुंचा पर तबतक बस पूरी जल गई ।
बीती रात नारायणपुर से बिलासपुर जा रही बस के टायर से उठी चिंगारी से पूरी बस जलकर खाक हो गई, बस में नारायणपुर आश्रम के 17बच्चे और 2शिक्षक समेत 21 लोग सवार थे जिन्हे ताड़ोकी थाना प्रभारी ने सतर्कता दिखाते हुए सुरक्षित बचा लिया है। बताया जा रहा है कि नारायणपुर के आश्रम से 17 बच्चो को लेकर दो शिक्षक बिलासपुर जाने निकले थे जहा बच्चे खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले थे ,बस नारायणपुर से निकलकर कांकेर जिले के धुर नक्सल प्रभावित ताड़ोकी थाना के पास पहुंची थी तभी गेट पर ड्यूटी पर तैनात जवान ने बस के टायर से चिंगारी उठती देख तुरंत थाना प्रभारी अमित पद्मशाली को इसकी सूचना दी।
थाना प्रभारी ने बिना देरी किए बस का पीछा किया और लगभग 1किलोमीटर बाद बस को रोक लिया और सभी बच्चो और शिक्षकों को बस से उतारा ,कुछ देर में ही टायर की चिंगारी भीषण आग में तब्दील हो गई और पूरी बस जलकर खाक हो गई। थाना प्रभारी और ड्यूटी पर तैनात जवान की सतर्कता की हर तरफ तारीफ हो रही है, अगर जवान ने समय पर थाना प्रभारी को सूचित नही किया होता और थाना प्रभारी ने समय रहते बस नही रोकी होती तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। चिंगारी पीछे के टायर से उठ रही थी इसलिए चालक को इसका पता नही चल सका था ।
आग लगने की घटना से डरे बच्चो को थाना प्रभारी ने देर रात ही सुरक्षित दूसरी वाहन की व्यवस्था कर बिलासपुर के लिए रवाना कर दिया है, थाना प्रभारी अमित पद्मशाली ने बताया कि बस के टायर से चिंगारी उठी थी ,जिसकी जानकारी संतरी ड्यूटी में तैनात जवान ने दी थी,जिसके बाद बस को रोका गया हादसे में किसी तरह से किसी को कोई चोट नहीं आई है। सभी सुरक्षित है।