15 साल की लड़की का अपहरण कर 62 हजार में बेचा, खरीददार ने कई दिन तक किया दुष्कर्म, चार गिरफ्तार

by Kakajee News

एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसे 62 हजार रुपये में बेच दिया गया। खरीदने वाले युवक ने उससे मंदिर में शादी रचाई और उसके बाद कई दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। इसके बाद आरोपी की चंगुल से छूटकर लड़की माता-पिता के पास पुहंची। मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नाबालिग का अपहरण कर उसे राजधानी भोपाल ले जाकर बेचने और कच्ची उम्र में शादी कराकर शारीरिक शोषण का शिकार बनाने के सनसनीखेज मामले का सतना पुलिस ने खुलासा करने में कामयाबी हासिल की है। मानव तस्करी के इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने साढ़े तीन महीने बाद नाबालिग को मुक्त कराते हुए महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक, रामनगर थाना क्षेत्र से 15 जून 2023 को लापता हुई एक 15 वर्षीय लड़की को सतना पुलिस ने भोपाल में दबिश देकर मुक्त कराया है। पीड़िता के बयान के बाद इस मामले में दो महिलाओं समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों में राजू मेवाड़ा पिता मनोहर सिंह मेवाड़ा (29), मीता रावत पति राजू मेवाड़ा (28) दोनों निवासी खजुरी सड़क फंदा कला थाना खजुरी सड़क जिला भोपाल, सुनील गौर पिता रामरतन पटेल (22) निवासी कचनारिया थाना श्यामपुर जिला सीहोर और भूरीबाई कोल पति शिवदास कोल (28) निवासी ग्राम झिरिया थाना रामनगर जिला सतना शामिल हैं। इनके कब्जे से एक सेंट्रो कार (MP-04 V-4161) भी जब्त की गई है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-366 (क), 376 (2g), 370, 120B, 34 भादवि. 5/6 पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

रामनगर टीआई संतोष तिवारी ने बताया, गत 15 जून की शाम राजू मेवाड़ा ने नाबालिग को अगवा कर लिया था। वह उसे लेकर अपनी साली भूरी कोल के घर ग्राम झिरिया पहुंचा, जहां बालिका को दो दिन तक रखा गया। उसके बाद राजू उसकी पत्नी मीता और साली भूरी बालिका को ऑटो से मैहर ले गए। वहां सुनील गौर भी था। राजू ने अपनी साली और पत्नी को 20 हजार रुपये देकर बालिका को सुनील गौर के साथ भोपाल ले जाने के लिए कहा। महिलाएं नाबालिग को लेकर भोपाल पहुंची, जहां सुनील ने राजू को 40 हजार रुपये और दिए। भोपाल में सुनील ने नाबालिग के साथ जबरन शादी की और फिर उसका शारीरिक शोषण शुरू कर दिया।

जांच और बयान के आधार पर टीआई ने बताया, इस मामले में कुल 62 हजार रुपये का लेनदेन किया गया। इसमें से 22 हजार रुपये मीता और भूरी को मिले, जिनमें से दो हजार रुपये उन्होंने मैहर जाने के लिए ऑटो का भाड़ा दे दिया। जबकि 10-10 हजार आपस में बांट लिए। इसके अलावा 40 हजार रुपये सुनील ने राजू को दिए। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म कबूल किया है। आरोपी राजू मेवाड़ा से पूछताछ में पता चला है कि वह इसके अलावा भी कई नाबालिग लड़कियों को शादी कराने के नाम पर इस क्षेत्र से ले गया है, जिनमें से कुछ उसने राजस्थान में भी बेची हैं।

पुलिस अभी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शादी कराने के नाम पर नाबालिगों को अगवा कर बेचने वाले इस गिरोह का नेटवर्क कहां तक फैला है और कौन-कौन इसका शिकार बना है। टीआई संतोष तिवारी ने बताया कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग के इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करने वाली टीम में सब इंस्पेक्टर बीएल रावत, एएसआई अरविंद सिंह, बलवीर सिंह, कौशिल्या देवी, कमलेश कुमार पनिका, प्रधान आरक्षक राम सिंह, नितीश यादव, आरक्षक हिमांशु, राजेश यादव, नीरज पाण्डेय, संजय यादव, संदीप तिवारी, गुड्डू कुमार और प्रधान आरक्षक ड्राइवर अनीस मोहम्मद शामिल रहे।

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