कार की सीटों पर कंपनियों की ओर से अलग होने वाले हेडरेस्ट को लगाया जाता है। काफी कम लोग इस बात को जानते हैं कि यह बुरे समय में भी लोगों की जान बचाने के काम आता है। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि खराब समय में इससे किस तरह जान बचाई जा सकती है।
आमतौर पर सामान्य स्थितियों में कार में दिए जाने वाले हेडरेस्ट का काम कार में बैठे यात्री के सिर को आराम पहुंचाना होता है। इसके लिए इसमें कई पोजिशन भी दी जाती हैं जिससे अलग-अलग हाइट के व्यक्ति इसे अपने हिसाब से सेट कर पाएं।
अगर कार के साथ हादसा हो जाए तो हेडरेस्ट आपके सिर को सुरक्षा देने के काम आता है। अपने डिजाइन के कारण हादसे के समय ये आपके सिर को ज्यादा पीछे जाने से रोकता है। हेडरेस्ट इस तरह से डिजाइन किए जाते हैं कि इनका झुकाव आगे की ओर होता है। ऐसे में गर्दन को हादसे के समय सुरक्षा मिलती है और ज्यादा चोट लगने का खतरा कम हो जाता है। एनसीएपी सेफ्टी के ऑस्ट्रेलेशियन न्यू कार असेसमेंट कार्यक्रम के मुताबिक इसका एकमात्र उद्देश्य हादसे के समय गर्दन को सुरक्षा देना है। हादसे के समय जब एयरबैग खुलते हैं तो उनसे टकराने के बाद आप पीछे की ओर आते हैं तब हेडरेस्ट आपकी गर्दन को ज्यादा पीछे जाने से रोकता है।
ज्यादातर लोग मानते हैं कि अगर किसी कारण से आप अपनी कार में फंस जाएं और कार के सभी डोर लॉक हो जाएं तब हमें ऐसी चीज की जरूरत होती है जिसकी मदद से हम कार के बाहर निकल पाएं। ऐसी स्थिति में हेडरेस्ट का उपयोग किया जा सकता है। हेडरेस्ट का एक हिस्सा कार की सीट के अंदर होता है जो नुकीला होता है। इस नुकीले हिस्से से अगर कार के शीशे पर चोट की जाए तो शीशे को तोड़ना आसान हो जाता है और आप कार से बाहर निकल पाते हैं।