लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। इस घोषणापत्र में भाजपा ने किसानों के लिए कई बड़े वादे किए हैं। साथ ही देश को वैश्विक पोषण केंद्र बनाने का भी एलान किया गया है। देश के दो करोड़ छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों को श्री अन्न योजना के तहत मदद दी जाएगी, जिससे वे न्यूनतम निवेश से मोटे अनाज का उत्पादन कर ज्यादा कमाई कर सकें। तो आइए जानते हैं भाजपा के घोषणापत्र में किसानों के लिए बड़ी बातें क्या हैं-
1. भाजपा के घोषणापत्र में कहा गया है कि प्रमुख फसलों के लिए एमएसपी में अभूतपूर्व वृद्धि की गई है और समयबद्ध तरीके से एमएसपी में वृद्धि जारी रहेगी।
2. किसानों को जरूरी जानकारी देकर पौष्टिक सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही प्याज, टमाटर, आलू आदि जैसी जरूरी सब्जियों के लिए नए क्लस्टर स्थापित किए जाएंगे। जहां सब्जियों के भंडारण और वितरण की सुविधाएं दी जाएंगी।
3. अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष की सफलता के आधार पर खाद्य सुरक्षा, पोषण सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए श्री अन्न को बढ़ावा दिया जाएगा और भारत को अंतरराष्ट्रीय मिलेट हब बनाएं जाएंगे। श्री अन्न को सुपरफूड के रूप में स्थापित किया जाएगा और छोटे किसानों को मिलेट की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। मोटे अनाज की पौष्टिकता और सेहत के लिए अनुसंधान और जागरुकता को बढ़ावा दिया जाएगा।
4. भंडारण सुविधाओं, सिंचाई, ग्रेडिंग, कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं और फूड प्रोसेसिंग जैसे कृषि आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया जाएगा और इसके लिए मिशन मोड में काम किया जाएगा।
5. भाजपा ने वादा किया है कि अगले पांच वर्षों में चारा बैंकों, दूध परीक्षण प्रयोगशालाओं, बल्क मिल्क कूलर और दूध प्रसंस्करण सुविधाओं के साथ डेयरी सहकारी समितियों के नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा।
6. देशी पशुओं की प्रजातियों का संरक्षण किया जाएगा और उनकी उत्पादकता बढ़ाने और उनकी जेनेटिक डायवर्सिटी को संरक्षित करने का काम किया जाएगा।
7. खुरपका और मुंहपका बीमारी की रोकथाम के लिए पशुओं के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।
8. पीएम फसल बीमा योजना को विस्तार देने का भा वादा किया गया है।
9. भाजपा के घोषणापत्र के अनुसार, किसानों का सशक्तिकरण और उनका आत्मसम्मान ही हमारी पहली प्राथमिकता है। किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड, सिंचाई व्यवस्था, फसलों के बीमा, बीजों की सप्लाई और सीधे आर्थिक मदद देकर उन्हें सशक्त बनाया गया है और इसे आगे भी जारी रखा जाएगा।