रायगढ़ व्यापारियों को गुमराह कर रहे अमर परवानी और गोपी ठाकुर एवं टीम, चुनाव की घोषणा होते ही होलसेल कॉरीडोर के नाम पर भ्रम फैला रहे जय व्यापार पैनल के सदस्य

by Kakajee News

जुलाई के दूसरे सप्ताह में चेम्बर चुनाव की घोषणा हो गयी है, रायगढ़ में जय व्यापार पैनल के सदस्य, चेम्बर के पूर्व पदाधिकारी और कैट की कार्यकारणी द्वारा रायगढ़ के व्यापारियों के बिच भ्रम फैलाने का कार्य अमर परवानी के नेतृत्व में पिछले 3 वर्षो से लगातार कर रहे है। पहले तो अध्यक्ष अमर परवानी द्वारा ऐसे सदस्य को रायगढ़ इकाई का अध्यक्ष बना दिया गया जो रायगढ़ चेम्बर का सदस्य ही नही था और उसके बाद इकाई अध्यक्ष पूरे कार्यकाल में अपने आप को जिला अध्यक्ष बताते रहे है।

चुनाव नजदीक आते देख अब होलसेल कॉरीडोर के विषय में भी इनके द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है और व्यापारियों से झूठा चुनावी मांग पत्र भरवाने की बात की जा रहा है। निर्वाचित प्रदेश मंत्री शक्ति अग्रवाल द्वारा जिला प्रशासन से उक्त विषय में सम्पर्क किया गया तो किसी भी प्रकार की कोई भी जगह का चिह्नांकन जिला प्रशासन द्वारा आज दिनांक तक नही किया गया ऐसी सूचना उनको दी गयी।

अग्रवाल द्वारा यह भी बताया गया की पिछले 3 सालो में प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील रामदास, पूर्व प्रदेश मंत्री राजेश अग्रवाल और उनकी पुरी टीम की मेहनत से 350 से अधिक सदस्य को चेम्बर की आजीवन सदस्यता दिलाई गयी और दो इकाई लैलूंगा और घरघोड़ा का गठन भी किया गया। सदस्यता उपरांत रायगढ़ इकाई के कुछ पदाधिकारियों के द्वारा नये सदस्यों के प्रमाण पत्र दबा दिये गये और वितरित नही किया गया, जो व्यापारी हित में उनके प्रमाण पत्र नही बाँट सकते वो आज होलसेल कॉरीडोर के नाम पर जमीन दुकान बाटने की बात कर रहे है।

अग्रवाल ने बताया की अमर परवानी और उनकी मनोनीत टीम का पुरा कार्यकाल विवादित रहा है और उनके द्वारा रायगढ़ के व्यापारियों के लिए कुछ भी स्थायी कार्य नही करवाया गया है। इनके चुनावी घोषणा पत्र के एक भी वादे पूरे नही किये गये और चुनाव नजदीक आते ही अब इन्हे होलसेल कॉरीडोर की याद आ गयी। इनके पूरे 3.5 साल के कार्यकाल में एक बार भी इस विषय में कुछ पहल नही की गयी उल्टा सदस्यता से व्यापारी हित में खर्च करने के लिए दी गयी राशि से अपने चेहरे चमकाने का कार्य किया गया। अग्रवाल ने रायगढ़ के सभी व्यापारी भाइयों से निवेदन किया है की चुनाव के कारण ऐसे अभी बहुत से भ्रमित चुनावी फॉर्म भरवाए जाएंगे, कुछ भी जानकारी फॉर्म में भरने से पहले उसकी सत्यता का प्रमाण अवस्य पता करे।

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