रायगढ़। रायगढ़ शहर में एक बार फिर से डेंगू ने अपने पांव पसार लिये है और निगम के 8 से अधिक वार्ड के अलावा आसपास के इलाकों में यह बीमारी तेजी से फैलते जा रही है। स्थिति यह है कि डेंगू मच्छर का लार्वा गांव से लेकर शहर तक ऐसा फैल चुका है कि हर वार्ड में 20 से 30 मरीज पाजिटिव हैं और इनका इलाज शहर के अलग-अलग अस्पताल में चल रहा है। कहने को तो कलेक्टर के निर्देश पर नगर निगम की टीम घर-घर सर्वे कर रही है लेकिन निगम के भी 5 से अधिक सर्वे करने वाले कर्मचारी डेंगू बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं। बावजूद इसके निगम का यह दावा है कि स्थिति नियंत्रण मंे है और इसकी रोकथाक के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
बरसात के समय एक ओर तो लोग पानी के बहाव से जूझ रहे हैं, सड़क, बिजली के अलावा शहर की जनता डेंगू की खतरनाक बीमारी से लगातार जूझ रही है। जानकारी के अनुसार रायगढ़ शहर में अब तक 260 से अधिक लोग पाजिटिव हैं जिनका इलाज शहर के निजी चिकित्सालय में जारी है। स्थानीय रहवासियों की मानें तो नगर निगम की साफ-सफाई व्यवस्था बद से बदतर हो जाने के कारण डेंगू मच्छर ने पूरे शहर के वार्डो में अपनी पैठ बना ली है जिसके कारण दिनों दिन यह आंकडा बढ़ते जा रहा है। बीते 15 दिनों के भीतर 260 मरीजों की सख्या बताती है कि निगम के दावे किस कदर खोखले साबित हो रहे हैं।
क्या कहते हैं निगम अधिकारी
इस संबंध में हमने निगम आयुक्त सुनील चंद्रवंशी ने चर्चा की तो उन्होंने बताया कि डेंगू बीमारी के नियंत्रण के लिये निगम द्वारा कई टीमें बनाई गई है और शहर के 8 वार्डो में डेंगू के मरीज मिले हैं लेकिन उनकी संख्या को लेकर उनका कहना था कि मात्र 15 से 20 मरीज पाजिटिव हैं और जो आंकड़े अखबारों में छप रहे हैं वह पूरी तरह निराधार है। इतना ही नही उन्होंने यह कहा कि निगम लगातार हर वार्ड में साफ-सफाई व्यवस्था के अलावा घरों में जाकर जांच करते हुए डेंगू के लार्वे को खत्म करवा रहा है। बातचीत के दौरान निगम आयुक्त ने इस बात को जरूर माना कि डेंगू बीमारी को रोकने के लिये सर्वे में लगे निगम के पांच कर्मचारी इसकी चपेट में आ चुके हैं।
कलेक्टर ने भी दिये कड़े निर्देश
शहर व आसपास के इलाकों में डेंगू मच्छर के काटने से पीड़ितों की संख्या को लेकर कलेक्टर कातिकेय गोयल ने भी अपनी की है कि जनता अपने घरों के आसपास पानी के ठहराव को न होनें दें और घरों की छत से लेकर कूलर व गमलों में भी लगातार निगरानी रखें चूंकि डेंगू मच्छर तेजी से फैल रहे हैं और इसकी चपेट में आने से स्थिति काफी घातक हो सकती है। उन्होंने शहर के अलग-अलग वार्डो में भी जाकर नगर निगम की टीम को इस बात के निर्देश दिये हैं कि कहीं भी पानी के ठहराव या गंदगी न होनें दें। कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने माना कि स्थिति गंभीर है और इसके नियंत्रण के लिये जागरूकता के साथ-साथ लोगों को सचेत रहने की आवश्यकता है।