जगदलपुर, कलकत्ता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुए अनाचार और मर्डर के बाद से छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए पूरे भारत में एक अभियान चलाया गया, जहाँ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सुको ने इस पर जांच शुरू करने की बात कही है, वही जब तक मेडिकल छात्रा को इंसाफ नही मिल जाता तब तक मेकाज के डॉक्टर हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध करते रहेंगे,
बता दे कि कोलकाता रेप एवं मर्डर मामले में स्वयं उच्चतम न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया है (suo moto cognizance), कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष के पोस्ट ग्रेजुएट छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या किए जाने के विरोध में मेकाज के डॉक्टरों द्वारा कैंडल मार्च, मौन रैली के अलावा अलग अलग तरीके से विरोध पहले दिन से विरोध कर रहे है, मेकाज के छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टरों एसोशिएशन के द्वारा 3 सूत्रीय मांगों को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन भी किया गया था, साथ ही आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के साथ ही डॉक्टरों को सुरक्षा के लिए नियम भी बनाये जाने की मांग की है, इसी कड़ी में मेकाज के डॉक्टरों के द्वारा 14 अगस्त को मेडिकल कॉलेज डिमरापाल के सभी वैकल्पिक सेवाएं ओपीडी, ओटी, वार्ड बंद कर अपनी 3 सूत्रीय मांगों को भी रखा था, डॉक्टरों का कहना है कि हम पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं, और पहचान किए गए अपराधी को जल्द से जल्द सजा दी जानी चाहिए, Central Health Workers &.Health Establishmens Protection act को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए, सभी स्वास्थ्य संस्थानों में सीसीटीवी, सुरक्षा गार्ड जैसी पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए, आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी, जिससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों को उचित सेवाएं मिल सकें,
