जल जंगल और जमीन को बचाने ग्रामीण पहुंचे एसडीएम कार्यालय, कहा- नही चाहते की उनका गांव उजड़े

by Kakajee News

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र में अडानी कंपनी के खुलने जा रहे कोल ब्लाक के विरोध में ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। आज शताधिक की संख्या में ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पहुंचकर किसी भी हाल में अपनी जमीन नही देने की बात कही है।
मिली जानकारी के मुताबिक इन दिनों धरमजयगढ़ क्षेत्र के पुरूंगा सहित आसपास के इलाकों में अडानी कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा कोल ब्लाक के लिये सर्वे का काम किया जा रहा है। उनके द्वारा गांव-गांव में घुमकर कोयला का ग्रेड चेक किया जा रहा है। जिसको लेकर प्रभावित ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। कोल ब्लाक के विरोध में आज शताधिक की संख्या में ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पहुंचकर अपना विरोध जताया।

मशीन लगाकर किया जा रहा काम
प्रभावित गांव के ग्रामीणों का कहना था बिना पंचायत अनुमति के अडानी कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा गांव के सरहदी इलाकों में मशीन लगाकर काम किया जा रहा है। जिससे उनके क्षेत्र की जल जंगल और जमीन नष्ट हो रही है। साथ ही साथ इसका असर उनके खेतों पर भी हो रहा है।

देवताओं का जंगल में करते हैं पूजा
अडानी कंपनी को प्रस्तावि कोल ब्लाक का विरोध करने आई सांभरसिंघा गांव के ग्रामीण महिलाओं का कहना था कि उनके क्षेत्र का जंगल हाथी रहवास का इलाका है। हाथी को गांव के ग्रामीण भगवान मानते हैं आज तक उनके गांव में हाथी के द्वारा एक भी जनहानि की नही की गई है। इसके अलावा उनके पूर्वजों के देवताओं का जंगल में पूजा पाठ किया जाता है। वह किसी भी हाल में अपनी जमीन अडानी कंपनी को नही देना चाहते।

नोटिस का जवाब देने पहुंचे ग्रामीण
गांव के ग्रामीण जगदीश सिंह ने बताया कि आज हम नोटिस का जवाब देने एसडीएम आफिस पहुंचे हैं। अडानी कंपनी उनके क्षेत्र में आ रही है। जिससे कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा गांव में सर्वे किया जा रहा था जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया था इसके बाद एसडीएम कार्यालय से उन्हें नोटिस जारी हुआ था।

तीन गांव में किया जा रहा सर्वे
इस संबंध में धरमजयगढ़ एसडीएम डिगेश पटेल ने बताया कि भारत सरकार के आदेश पर सर्वे का काम किया जा रहा है। इसमें तीन गांव में सर्वे किया जा रहा है। जिसमें दो गांव के ग्रामीण सहमत हो चुके हैं। सांभरसिंघा गांव के ग्रामीणों द्वारा सर्वे काम का विरोध किया जा रहा था, उन्हें नोटिस जारी किया था। इस मामले लेकर आज ग्रामीण इकट्ठे होकर अपना विरोध दर्ज कराया है।

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