दुर्ग । जिले के इतिहास में अब तक चौथी बार पुलिस ने एनकाउंटर में हिस्ट्रीशीटर बदमाश पुलिस की गोली से ढेर हुआ है। इससे पहले पुलिस ने तीन बार एनकाउंटर करके 4 लोगो को ढेर का चुकी है। जिले में हुए एनकाउंटर की कहानी सामने आया है।
दुर्ग पुलिस ने सबसे पहले वर्ष 2001 में दुर्ग के अंजोरा क्षेत्र में कुख्यात आरोपी सुखविंदर सिंह उर्फ सोक को पुलिस टीम पकड़ने गई थी इस दौरान जहां आरोपी और पुलिस में मुठभेड़ में मारा गया यह दुर्ग जिले का पहला एनकाउंटर था। कुख्यात आरोपी सुखविंदर सिंह तपन सरकार का करीबी और शूटर था सुखविंदर सिंह और उसके गुर्गे ने एक कारोबारी का अपहरण किया था। जिसके बाद से पुलिस को सुखविंदर की तलाश थी।
दूसरा एनकाउंटर वर्ष 2005 में भिलाई में हुआ था बहुचर्चित महादेव महार हत्याकांड के मामले में गैंगस्टर तपन सरकार और अन्य आरोपियों में गोविंद विश्वकर्मा भी शामिल था पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गोविंद विश्वकर्मा तलपुरी के आसपास है जिससे घेराबंदी कर पकड़ने की कोशिश गया लेकिन गोविंद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोविंद गोली के शिकार हो गए थे। गोविंद विश्वकर्मा भी तपन सरकार के करीबी था।
तीसरा एनकाउंटर वर्ष 2010 में जामुल में हुआ था जहां नार्थ बस्तर माड़ ज्वाइंट डिविजनल कमेटी के सदस्य नागेश और उसकी पत्नी रावघाट एरिया कमेटी के सदस्य ताराबाई कारतूस खरीदने के लिए भिलाई पहुंचे है इसी सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हुई जो कारतूस का खरीदी करने आए है सूचना पर पुलिस ने दोनो की तलाश शुरू की। तलाशी के दौरान पुलिस को जामुल क्षेत्र में होने की सूचना पर सर्चिंग अभियान चलाकर दोनो का पीछा करते हुए घेराबंदी कर पकड़ने जा रही थी तभी नागेश ने पुलिस पर फायर कर दिया जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में नागेश और उसकी पत्नी ताराबाई को गोली लगी जिससे उसकी मौत हो गई।
चौथी एनकाउंटर 8 अक्तूबर को हिस्ट्रीशीटर बदमाश अमित जोश मार गया। अमित जोश के खिलाफ जिले में 35 से अधिक अपराध दर्ज थे। अमित जोश 14 साल की उम्र से ही अपराध की दुनिया में आ गया था। अमित जोश मारपीट,गुंडागर्दी,हत्या,पिस्टल से फायर जैसे गंभीर मामले शामिल है। अमित जोश ने 25 और 26 जून 2024 की रात बाइक सवार युवकों पर पिस्टल से फायर कर फरार हो गया था। इस घटना में दो युवकों को गोली लगी थी। तत्काल दोनो युवकों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी जान बचाई गई। जिसके बाद से अमित जोश फरार चल रहा था पुलिस ने अमित जोश की जानकारी देने वाले को 35 हजार इनाम की घोषणा भी की थी। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की युवकों पर फायर करने वाला फरार आरोपी अमित जोश भिलाई पहुंचा हुआ है जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उसका पीछा करते हुए जयंती स्टेडियम के पीछे पहुंची। और अमित जोश अपने एक साथी के साथ बाइक से जा रहा था पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की लेकिन अपने पास रखे पिस्टल से पुलिस पर दो फायर किया जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायर किए जिसमे अमित जोश के पैर और सीने में गोली लगी जिससे मौके पर ही मौत हो गई।
