रायगढ़. रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के ग्राम लारा में संचालित एनटीपीसी में सोमवार की सुबह सीबीआई टीम पहुंची और लगभग 6 साल पुराने चोरी के मामले में पूछताछ करते हुए कई लोगों के बयान दर्ज किए। एनटीपीसी के जन संपर्क अधिकारी के अनुसार एनटीपीसी प्लांट निर्माण के लिए 2012 से 2016 के बीच भेजी गई सीमेंट और लोहा परिसर से चोरी चले गए थे। निर्माण कार्य के लिए जितना माल आया और यार्ड से जितना डिस्पैच हुआ, इसमें बड़ा अंतर आने के बाद मामले में चोरी का खुलासा हुआ था। उस वक्त तत्कालीन अफसरों को जब लगा कि मामले में करोड़ो की हेराफेरी हुई है तो शुरूआती जांच के आधार पर 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई गई और 2019 में मामला सीबीआई को हैंडओवर कर दिया गया। जबकि यह चोरी लगभग एक करोड़ के आसपास की है और अभी तक इसका एक भी आरोपी पकड़ में नही आया है।
एनटीपीसी लारा के जन संपर्क अधिकारी अरूण मिश्रा ने बताया कि सीबीआई की टीम ने दो विभागों के 8-9 लोगों से पूछताछ की। इनमें दो अफसर रिटायर भी हो चुके हैं। दरअसल एनटीपीसी प्लांट निर्माण के दौरान बड़ी मात्रा में स्टील और सीमेंट भेजे गए थे। कितना माल आया और कितना भेजा गया इसकी रजिस्टर में एंट्री की जाती थी। इसकी जांच में बड़ी अनियमितता मिली थी। तब विजिलेंस ने इसकी जांच शुरू की थी, एफआईआर भी कराई थी। सीबीआई ने इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नही की है। उनका यह कहना है कि यह जांच सीबीआई को काफी पहले सौंपी गई थी चूंकि शुरूआती दौर में निर्माण कार्य के लिए आने वाली सामग्री की सुरक्षा के लिए कोई खास प्रबंध नही थे और चोरी होनें वाले सामानों में सीमेंट एवं लोहे के सामान शामिल थे, चूंकि मामला एनटीपीसी से जुड़ा है इसलिए यह जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।
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