एक व्यक्ति की मौत से गर्माया धर्मांतरण का मामला, दबाव बनाने का आरोप और पुलिस का इंकार, वीएचपी की चेतावनी

by Kakajee News

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से दिल दहला देने वाला एक मामला फिर से सामने आया है जो की धर्मांतरण से जुड़ा हुआ है धर्मांतरण के दबाव के कारण 35 वर्षीय एक युवक ने आत्महत्या कर ली और धर्मांतरण का दबाव डालने वाला कोई दूसरा व्यक्ति नहीं बल्कि स्वयं उसकी पत्नी और सास ससुर हैं जी हां पूरा मामला अर्जुंदा थाना क्षेत्र का है जहां पर अर्जुंदा निवासी गजेंद्र उर्फ सूरज देवांगन ने जिसकी उम्र 35 वर्ष थी उसमें फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और अपने दर्द को उसने दीवारों पर बयान किया है इस मामले ने बायोलॉजी जिले में एक बार फिर धर्मांतरण के विषय को मुख्य पटल पर लाकर रख दिया है।

दीवारों पर कुरेदा अपना दर्द
मरने से पहले सूरज देवांगन ने अपने कमरे की दीवारों पर अपने दर्द को उगेरा है उसने दीवार पर स्पष्ट रूप से धर्मांतरण के लिए दबाव बनाए जाने का आप अपने पत्नी और सास ससुर पर लगाया है आपको बता दे कि इससे पहले भी युवक ने धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए अर्जुंदा खाने में अपने पत्नी के खिलाफ प्रताड़ना और धर्मांतरण का दबाव का आरोप लगाया था अगर उसे समय पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले लेती तो शायद एक हिंदू व्यक्ति अपना जान नहीं गावत इस मसले पर कई सारे सवाल अब खड़े होने शुरू हो चुके हैं।

पुलिस विभाग के अनुविभागीय अधिकारी देवांश राठौर ने धर्मांतरण संबंधी मामले को लेकर पूरी तरह से इनकार किया है उन्होंने बताया कि कोई व्यक्ति उन्हें 50000 रुपए के लिए परेशान कर रहा था इस बात का जिक्र उन्होंने सुसाइड नोट में किया है और परिवार वालों से ससुराल वालों से परेशान होने की बात उसने कही है आगे देवांश राठौर ने बताया कि मामले में यह बात सामने आई है कि उसकी पत्नी प्रभु यीशु पर आस्था रखती थी इसलिए वह उससे झगड़ा करता था और अपने पत्नी के मां-बाप से पैसे लाने की बात को लेकर भी वह झगड़ा किया करता था।

धर्मांतरण आज के समय में सबसे बड़ी सामाजिक समस्या के रूप में उभर कर सामने आ रही है और यह सियासी गलियारों का भी एक प्रमुख मसाला है सरकारी चाहे जो भी हो यहां पर सभी धर्मांतरण के खिलाफ होने का बात करते हैं परंतु धरातल पर धर्मांतरण का स्तर काफी आगे बढ़ चुका है जो कि शायद अब राजनीतिक सियासत की वजह से शिकायत नहीं बल्कि विकास की ओर अग्रसर नजर आ रहा है।

विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक बलराम गुप्ता ने पूरी मामले पर कड़ी चेतावनी देते हुए चर्चा करते हुए बताया कि मामले को हमने संज्ञान में लिया है हमने थाना प्रभारी से भी बात की है कि मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई उनके ऊपर होनी चाहिए उन्होंने कहा कि यदि इस मामले को पहले गंभीरता से लिया गया होता तो एक व्यक्ति की मौत नहीं होती उन्होंने कहा कि जिस तरह से दो मौत के मामले अब तक धर्मांतरण से जुड़े हुए सामने आ चुके हैं इससे यह बात सिद्ध होता है कि ईसाई मिशनरी लोग कैसे परिवारों को धर्म के के नाम पर तोड़ने का काम कर रहे हैं उन्होंने कहा कि यदि कार्रवाई नहीं होती है तो उग्र आंदोलन पूरा हिंदू समाज अर्जुंदा में प्रदर्शन करेगा हम लगातार शासन और यहां की पुलिस और प्रशासन को अवगत कराते आ रहे हैं परंतु कहीं ना कहीं ढलाई की वजह से इस तरह के मामले और बढ़ते जा रहे हैं।

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