निजी कंपनियों के भीतर हैं बड़े सेटिंगबाज, कमीशनखोरी और फर्जीवाडे के नाम पर कर रहे हैं बड़ा घोटाला, हाल ही में एक अधिकारी पर गिरी गाज

by Kakajee News

रायगढ़। रायगढ़ जिले में बीते कई सालों से निजी कंपनी में काम करने वाले कथित लाईजनिंग व जन संपर्क के नाम पर लगातार फर्जीवाडा होते आ रहा है और इसकी जानकारी कंपनी के उन बड़े अधिकारियों को नही है जिनकी नाक के नीचे लगातार अधिकारियों से सेटिंग, जमीन खरीदने के नाम पर सेटिंग, आंदोलन दबाने के नाम पर सेटिंग और कुछ पत्रकारों से खबर नही छापने की सेटिंग करने वाले ये अधिकारी कर्मचारी दिनों दिन मालामाल होते जा रहे हैं, स्थिति यह है कि अब ये अधिकारी अपने आपको कंपनी से उपर समझते हैं और काम के नाम पर केवल कागजांे में सेटिंग करके लाखों रूपये प्रतिमाह हडप रहे हैं।
एक जानकारी के अनुसार हाल ही में कंपनी की लगातार छवि खराब करने वाले बड़े अधिकारी पर गाज भी गिरी है जो तमनार की बड़ी कंपनी में बीते कई सालों से अपनी सेवाएं देते आ रहा था। उसको कंपनी से हटाकर दूसरी जगह भेजे जाने के बाद उनके अधिनस्थ अन्य अधिकारी व कर्मचारी सकते में तो हैं लेकिन उनकी पुरानी कारगुजारी जस की तस है। एक जानकारी के अनुसार तमनार स्थित पावर प्लांट में जमीन खरीदने तथा अधिकारियों से सेटिंग के अलावा पुलिस से मिलीभगत करके लाखों की कमाई कर चुके कुछ अधिकारी कंपनी के मालिक के आंखों में भी धूल झोंक रहे हैं।
एक जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिला मुख्यालय स्थित ऐसी दो बडी कंपनियां है जहां बीस साल से ऐसे अधिकारी व कर्मचारी बड़े आराम से कंबल ओढकर घी पी रहे हैं। लगातार इनकी कारगुजारी की शिकायत कंपनी के ही कुछ अधिकारी कर्मचारी ने की है और अब जल्द ही उनके उपर भी गाज गिरनी तय है। जानकार सूत्र बताते हैं कि पत्रकारों के नाम पर सबसे अधिक कमाई करने वाले कंपनी के कथित जनसंपर्क व महाप्रबंधक के अलावा लाईजनिंग अधिकारी इस कदर अपनी कारगुजारी में मशगूल है कि उन्हें किसी बात का डर भी नही है कि वे आखिरकार एक के बाद एक फर्जीवाडा करते आ रहे हैं और उन्हें लगता है कि उनकी इस फर्जीवाडे की जानकारी कंपनी के बड़े आलाधिकारी तक नही पहुंच पा रही है।
सूत्रों की मानें तो कंपनी के मालिकों ने ऐसे अधिकारियों की पूरी जानकारी एकत्र करना शुरू कर दी है जिन्होंने जमीन फर्जीवाडे, लाईजनिंग के नाम पर कमाई गई मोटी रकम और पत्रकारों को गुमराह करके उनके नाम निकाली गई मोटी रकम के घोटाले शामिल है। देखना यह है कि ऐसे मामलों में लगातार करोड़ो का वारा नयारा करने वाले कथित लाईजनिंग व जनसंपर्क अधिकारियों की लिस्ट बनने के बाद कब उन पर गाज गिरती है।

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