रायगढ़ के दक्षिण चक्रधर नगर इलाके मंे मिनी औद्योगिक क्षेत्र सुभाष नगर बंगाली कालोनी से लगा हुआ है और इस जगह पर कई प्रेस कार्यालय के अलावा छोटे मोटे उद्योगों को संचालित करने के लिये बनाई गई सडक भी है पर बीते कई माह से बंगाली मोहल्लें के निवासियों द्वारा अपने व दुकान से मछली, मुर्गा की गंदगी के अलावा घर से निकले गंदगी को सड़क में फेंककर निकल जाते हैं इतना ही नही निगम द्वारा नियुक्त ठेका सफाई कर्मी भी आसपास के मोहल्लों की सडांध मारती हुई गंदगी अपनी ट्राली से यहां फेंकने में शामिल है। निगम के आयुक्त के अलावा निगम महापौर के साथ-साथ सफाई दरोगा को भी इस बात की जानकारी है पर इस पूरे मामले में ठोस कार्रवाई नही होनें से गंदगी का ढेर अब पहाड बन गया है और इससे निकलते बदबू यहां से चलने वालों के लिये जीना मुहाल कर रही है।
जानकार सूत्र बताते हैं बंगाली मोहल्लों के लोगों द्वारा सडी मछलिया, मुर्गो के सड़े हुए मांस के टुकडो और घर से निकली गंदगी को इस जगह फेंका जाता है, पहले भी इस संबंध में निगम को जानकारी दी गई थी लेकिन बुलंद हौसलों के साथ यहां बंगालियों द्वारा लगाई जाने वाली मछली व मुर्गा दुकानों के संचालकों के अलावा रहवासियों द्वारा जान बुझकर इसी जगह पर कचरा फेंका जाता है। पहले तो इस जगह के आसपास छोटी मोटी गंदगी होती थी लेकिन बीते दो माह से निगम के ठेका कर्मचारियों द्वारा भी आसपास के मोहल्लों की गंदगी उठाकर ट्राली के माध्यम से यहां फेंक दी जाती है जिसके कारण सड़क पर गंदगी फैल रही है, इतना ही नही महीने में कभी कभार सफाई होनें के कारण यह कचरे का ढेर सड़क पर बिखर गया है जिसके कारण आंधी तूफान से पूरे सड़कों पर इसकी गंदगी पसर जाती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि कालोनी के कुछ लोगों द्वारा जान बुझकर फेंकी गई सडांध मारती गंदगी से फैलती बदबू बीमारी के न्यौता दे रही है और इन्हें रोकने वाला भी कोई नही है।
निगम आयुक्त व महापौर को चाहिए कि यहां सौदर्यीकरण के नाम पर ऐसा कोई उपाय करे ताकि कचरा फेंकने वाले लोग इस जगह का उपयोग न करें चूंकि सड़क के किनारे ऐसा करने से आसपास के लोग परेशान होते हैं और सौदर्यीकरण को ग्रहण भी लग रहा है। दो सड़कों से जुड़ा यह जगह प्रेस कार्यालय के अलावा छोटे मोटे उद्योगपतियो के लिये एकमात्र रास्ता है जिसके लिये निगम आयुक्त व महापौर को योजनाबद्ध तरीके से सफाई करवाने के अलावा कोई ठोस उपाये करने चाहिए।
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