दुर्ग। प्रदेश कांग्रेस सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए सैकड़ों की भीड़ में आयोजित विधायक के जन्मदिन समारोह में शामिल होने को संवेदनहीनता की पराकाष्ठा बताते हुए भाजपा विधायक दल के स्थायी सचिव जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि एक तरफ नक्सली हमले में शहीद हुए 22 जवानों की चिता की राख भी ठंडी नहीं हुई और प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण प्रतिदिन 50 से ज्यादा लोगों का जीवन समाप्त हो रहा है वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार के विधायक और मंत्री शहीदों की चिताओं और कोरोना पीड़ितों की मृत्यु का मजाक बनाते हुए जश्न मना रहे हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का खुज्जी विधायक छन्नी साहू के जन्मदिन में प्राइवेट हेलीकॉप्टर से जाकर कोविड-19 प्रोटोकॉल को पूरी तरह से तोड़ते हुए सैकड़ों लोगों के बीच आयोजित समारोह में शामिल होना कांग्रेस सरकार और उसके मंत्री की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि जब प्रदेश की जनता कोरोना जैसी जानलेवा महामारी से त्राहि त्राहि कर रही है, अस्पतालों में बिस्तर नहीं हैं, आक्सीजन की कमी से रोज मौतें हो रही हैं। दुर्ग रायपुर जैसे जिलों में ना तो मरच्यूरी में लाशों को रखने की जगह है और ना ही श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए खाली जगह बची है। प्रदेश सरकार द्वारा अत्यंत सीमित संसाधन उपलब्ध कराए जाने के बावजूद वास्तविक कोरोना वारियर्स चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी चौबीसों घंटे अनवरत सेवा करके महामारी को हराने में जी जान से लगे हैं। अस्पतालों में बिस्तर की कमी, ऑक्सीजन की कमी, टेस्टिंग किट का अभाव, होम आइसोलेट मरीजों के लिए मॉनिटरिंग के अभाव जैसी चुनौतियों को दूर करने के बजाय स्वास्थ्य मंत्री खुज्जी विधायक को बधाई देने सैकड़ों की भीड़ में शामिल हो गए जबकि राजनांदगांव जिले में धारा 144 भी प्रभावशील है, जिसकी कांग्रेस विधायक और स्वास्थ्य मंत्री ने खुलेआम धज्जियां उड़ाई है। क्या राजनांदगांव का जिला प्रशासन धारा 144 के उल्लंघन के लिए ऐसे विधायक और स्वास्थ्य मंत्री पर निष्पक्ष रूप से कोई कार्यवाही करने में सक्षम है या कांग्रेस की सरकार में धारा 144 का उल्लंघन केवल आम जनता पर ही लागू होता है।
भाजपा विधायक दल के स्थायी सचिव जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि जिस प्रदेश में सैकड़ों लोगों की कोरोना महामारी से मौत हो रही हो और दो दिन पहले ही 22 जवानों की शहादत हुई हो ऐसे प्रदेश में विधायक जैसे जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के जन्मदिन के जश्न में सैकड़ों की भीड़ इकट्ठी करके उसमें हेलीकॉप्टर द्वारा स्वास्थ्य मंत्री का शामिल होना बेहद शर्मनाक कृत्य है। क्या स्वास्थ्य मंत्री को इस बात का ज़रा भी अंदेशा नहीं था कि इस भीड़ से संक्रमण बढ़ेगा ? प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का आचरण यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि आने वाले मई महीने में वर्तमान मुख्यमंत्री के ढाई वर्ष पूर्ण होने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका चाहिए, जिसके लिए वे कांग्रेस के प्रत्येक विधायक को साधने का प्रयास कर रहे हैं और इसी प्रयास के तहत अपनी लोक मर्यादा को भूलकर एक संवेदनहीन विधायक द्वारा आयोजित समारोह में सैकड़ों के जन समूह में जाकर कोरोना को बढ़ावा ही दे रहे हैं। कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों में प्रदेश का सत्ता प्रमुख बनने की लोलुपता चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने और बचाने की लड़ाई चल रही है जबकि वर्तमान समय कोरोना महामारी से लड़ने का है।
जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार की गलत निर्णयों के कारण छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस चरम सीमा तक पहुंच चुका है। प्रदेश की जनता के सामने कांग्रेस पार्टी के नेताओं का चरित्र खुलकर सामने आ चुका है। जिन कोरोना पीड़ितों की मृत्यु विगत दिनों हुई है उनके परिजन कांग्रेस पार्टी के ऐसे नेताओं को आजीवन क्षमा नहीं करेंगे और आने वाले समय में पूरे प्रदेश की जनता कांग्रेस पार्टी की सरकार को कड़ा सबक सिखाएगी।