मुरादाबाद के गलशहीद थाना क्षेत्र में करीब पांच माह पूर्व हुई पीतल कारोबारी की मौत के रहस्य से पर्दा उठाने को पुलिस ने कब्र से शव निकलवा कर पोस्टमार्टम कराया है। मौत वाले दिन बेटे ने कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया था। हालांकि बाद में कारोबारी की पत्नी ने भांजियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए कोर्ट में अर्जी लगा दी। कोर्ट के आदेश पर गलशहीद पुलिस ने केस दर्ज किया है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
गलशहीद के मोहल्ला असालतपुरा सीधी सराय निवासी जमील अहमद (60) पीतल कारोबारी थे। उनका बेटा जीशान दुबई में नौकरी करता है। बेटी की शादी हो चुकी है और वह न्यूजीलैंड में रहती है। अमील अहमद मुरादाबाद में अपनी पत्नी शादमा परवीन के साथ रहते थे। करीब पांच माह पूर्व उनकी मौत हो गई थी। जब इसकी जानकारी दुबई में रहने वाले बेटे जीशान को हुई तो उसने कोरोना के कारण कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया और बिना पोस्टमार्टम कराए अमील अहमद के शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
पति की मौत के बाद से शादमा परवीन अपने भाई मोहम्मद शमशाद के साथ अपने घर रह रही हैं। कुछ समय पूर्व शादमा परवीन ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप गाया कि उनके पति की हत्या हुई है। बताया कि जमील अहमद का मकान निर्माण को लेकर भांजियों से विवाद हुआ था। जिसके बाद भांजियों ने उनके साथ मारपीट की और धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी।
शादमा ने कहा कि उस समय बेटे के कहने पर वह चुप हो गई थी। उसने कोर्ट में भी इस बात की अर्जी लगा दी थी। कोर्ट ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया था। एसएचओ गलशहीद कपिल कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश और अधिकारियों के निर्देश पर शनिवार को कब्र से शव निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।