छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सबसे बड़े अस्पताल भीमराव अंबेडकर में कोरोना का खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है। इस अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें अब तक की कोरोना की सबसे खतरनाक तस्वीर देखने को मिल रही है। वीडियो में धूप में स्ट्रचैर पर रखे शव साफ देखे जा सकते हैं। वीडियो के मुताबिक अस्पताल में शवों को रखने के लिए जगह नहीं है, फ्रीजर भर चुके हैं। जिसके कारण कई शवों को स्ट्रैचर पर धूप में रखा गया है और कुछ को तो जमीन पर ही रख दिया है।
इस वीडियो को देखने के बाद पता चल रहा है कि कोरोना वायरस ने हेल्थ केयर सिस्टम को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। लाशों को इस तरह रखा गया है जैसे वो शरीर नहीं मानों कोई सामान हो जिनको स्टॉक करके रखा जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि कोरोना मरीजों के शवों को अंतिम संस्कार के लिए भेजने और उनके परिवारों को देने में देर हो रही है जिसके कारण शव गृह भर गया है। शवों को रखने के लिए जगह ही नहीं बची है।
कोरोना ने अस्पतालों का बुरा हाल कर दिया है। अस्पतालों में जिन मरीजों की कोरोना से मौत हो रही है उन्हें शव गृहों में भेजा जा रहा है। अस्पतालों में हालत यह है कि आईसीयू और ऑक्सीजन वाले बेड भी भर चुके हैं। अस्पताल में कोई भी बेड खाली नहीं है। कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही इस लड़ाई में कुछ अस्पताल घुटने टेकने पर मजबूर हो गए हैं।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक रायपुर की चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर मीरा बघेल कहती है, “कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता कि इतनी ज्यादा संख्या में मौतें होंगी। हमारे पास सामान्य स्थिति के हिसाब से पर्याप्त फ्रीजर हैं लेकिन अगर हम 10 से 20 के लिए तैयारी कर रहे हैं तो 50 से 60 लोगों की मौत हो रही है। एक साथ इतने अधिक फ्रीचर की व्यवस्था हम कैसे कर सकते हैं?”