छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर फायरिंग शुरू कर दी। इसकी चपेट में आने से DRG के दो जवान घायल हो गए हैं। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की तो नक्सली मौके से भाग निकले। इस पर जवानों ने पीछा कर विस्फोटक के साथ 4 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। नक्सलियों के बनाए कैंप को भी ध्वस्त कर दिया गया। यह मुठभेड़ केरलापाल थाना क्षेत्र में हुई है।
28 अप्रैल की रात मिसमा कैंप से केरलापाल थाना प्रभारी शैलेंद्र नाग, जिला पुलिस बल, DRG जवानों, टूआईसी नवीन राणा, एसी भगवती चरण चंदन, एसी योगेंद्र यादव और दूसरी वाहिनी CRPF जवानों के साथ ग्राम बगड़ेगुड़ा, परिया, रावपारा और खुंडूसपारा की ओर रवाना हुई थी। अगले दिन 29 अप्रैल की सुबह करीब 11 बजे रावपारा के पास नक्सलियों ने कैंप किया था। जवानों को देखते ही नक्सली कैंप छोड़कर भाग निकले।
भाग रहे नक्सलियों का पीछा किया तो ब्लास्ट कर फायरिंग की
जवानों ने कैंप को ध्वस्त कर दिया। वहां से दैनिक उपयोग की सामग्री, 5 किलो का IED मिला। जिसे जवानों ने मौके पर नष्ट कर दिया। इसके बाद नक्सलियों का पीछा करते हुए जवान आगे बढ़े तो दोपहर करीब 2 बजे जंगल पहाड़ी पर नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर फायरिंग शुरू कर दी। ब्लास्ट की चपेट में आकर DRG के 2 जवान घायल हो गए। करीब 15-20 मिनट चली मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से भाग निकले।
सर्चिंग के दौरान घेराबंदी कर 4 नक्सलियों को पकड़ा
जवानों ने इलाके में सर्चिंग शुरू की तो छिपने का प्रयास कर रहे 4 संदिग्धों को पकड़ लिया। पूछताछ में नाम बगड़ेगुड़ा निवासी वंजामी जोगा, मड़कम नंदा व मड़कम रिंकू और रवापारा निवासी पदाम संतोष बताया। यह लोग मुठभेड़ के दौरान जवानों के हथियार लूटने और घायल नक्सलियों को ले जाने का काम करते हैं। उनकी निशानदेही पर जवानों ने 8 डेटोनेटर, 3 मीटर कोर्डेक्स वायर, टिफिन डिब्बा, जिलेटिन रॉड सहित अन्य सामान बरामद किया है।