अलीगढ़ में ऑक्सीजन की किल्लत न होने का दावा प्रशासन कर रहा है। जबकि जमीनी हकीकत यह है कि प्लांट के बाहर तीमारदार सुबह से शाम तक सिलेंडर के लिए लाइन में लग रहे हैं। दूसरी तरफ चहेतों पर विशेष कृपा के चलते कुछ अस्पतालों को प्रतिदिन 50 से 60 सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही है। बरौली विधायक दलवीर सिंह ने इस मामले में शासन को पत्र लिखकर प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
बरौली विधायक के पौत्र विजय कुमार सिंह व प्रतिनिधि सुशील गुप्ता ने राधिका इंडस्ट्रियल गैस कासिमपुर पर पहुंचकर सिलेण्डरों के वितरण की जानकारी ली। वहां पर उपस्थित लोगों द्वारा तथा वहां पर उपलब्ध अभिलेखों से संज्ञान में आया है कि कुछ लोगों व अस्पतालों को विशेष कृपा के तहत आक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिसमें विशेष रूप से वकार हास्पीटल, यूनिवर्सल गैस एजेंसी सहित कई अस्पताल शामिल हैं। अलीगढ़ में तालानगरी में दो गैस प्लान्ट व कासिमपुर रोड़ स्थित प्लान्ट से कई एजेंसियों व अस्पतालों को विशेष कृपा के तहत लगातार आक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। यूनिवर्सल गैस एजेंसी को दिये जा रहे प्रतिदिन भारी मात्रा में सिलेण्डरों का वितरण एजेंसी द्वारा किन-किन अस्पतालों को कितना-कितना किया जा रहा है। इसका भी कोई विवरण संतोषजनक रूप से उपलब्ध नहीं हो पाया है। बरौली विधायक ने 20 दिनों में प्रत्येक प्लान्ट से सभी गैस एजेंसी सहित सभी अस्पतालों को दिए गए आक्सीजन सिलेण्डरों के वितरण एवं उपयोग की अतिशीघ्र जांच कराये जाने की मांग की। साथ ही तीनों गैस प्लान्टों से प्रतिदिन जारी होने वाले सिलेण्डरों की की सूची प्लान्ट के बाहर सूचनापट पर सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने का सुझाव दिया। इससे सिलेण्डरों के वितरण की पारदर्शिता समस्त जनता के सामने स्पष्ट रूप से हो सके। विधायक ने इस प्रकरण में दोषी लोगो के खिलाफ मुकद्दमा पंजीकृत कर कठोर कार्यवाही की मांग की।
शर्मनाक: एक हजार रूपए में एक घंटे ऑक्सीजन
अलीगढ़ में सांसों के सौदे का बड़ा खेल चल रहा है। बरौली विधायक के प्रतिनिधि ने बताया कि कुछ ऐसे भी केस सामने आए हैं। जिसमें एक हजार रूपए में एक घंटे ऑक्सीजन का चार्ज वसूला जा रहा है। शमशाद मार्केट में हाल में ही एक ऐसा प्रकरण हुआ, जिसमें दुकान के अंदर बैड लगाकर ऑक्सीजन देने का काम किया जा रहा था। जिसका चार्ज एक हजार रूपए प्रतिघंटा लिया जा रहा था। संज्ञान में आया है कि कुछ अस्पताल मरीज को आक्सीजन पर रखने के लिए भी 1000-2000 रूपये प्रति घंटे की वसूली कर रहे हैं। यह गरीब जरूरतमंदों की सांसों से चंद रूपयों के लिए कुछ लोग सांसों को बेच रहे हैं। यह एक जघन्य अपराध है।
प्लांट के बाहर रो रहे हैं तीमारदार, दिलवा दीजिए एक सिलेंडर
बरौली विधायक के पौत्र विजय कुमार सिंह ने बताया कि कासिमपुर रोड़ पर स्थित गैस प्लान्ट पर पहुंचे तो वहां पर भारी संख्या में जनता मौजूद थी जो अपने परिवारीजन को एक-एक सिलेण्डर उपलब्ध कराने की मांग कर रही थी। तमाम तीमारदारों की आंखों में आंसूओं का सैलाब था। इसके बाद तालानगरी स्थित दोनों प्लान्टों पर पहुंचे। जहां पर बताया गया कि उनके यहां पर गैस उपलब्ध नहीं है।
लिक्विड गैस का इंतजार, आगरा से भरवाए जा रहे सिलेंडर
अलीगढ़ में लिक्विड ऑक्सीजन खत्म होने के कगार पर पहुंच चुकी है। सोमवार तक लिक्विड आने की उम्मीद प्रशासन ने जताई है। रविवार को 200 सिलेंडर आगरा से भरवाने के लिए भेजे गए।
विनीत कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कहते हैं कि वकार कोविड अस्पताल है। वहां 50 सिलेंडर की खपत है। कुछ दूसरे अस्पतालों में भी कोविड के अलावा बच्चों के इलाज से जुड़े हैं। जहां ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत रहती है। इन अस्पतालों की सप्लाई तो रोकी नहीं जा सकती।