रायगढ़. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ व नेता प्रदेश कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य व जशपुर जिले के प्रभारी गुरूपाल भल्ला ने विकास कार्यो के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए हैं और उन्होंने यह भी कहा कि विकास कार्यो में चुने हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा बनाई गई कार्ययोजना के अनुरूप काम होनें के बाद जनता के लिए उसे मूर्त रूप दिया जाता है और अधिकारी इसकी मानिटरिंग करते हैं और ऐसे में अधिकारियों को ही इसका श्रेय दिया जाना गलत है। एक चर्चा के दौरान प्रदेश कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य व जशपुर जिले के प्रभारी गुरूपाल भल्ला ने रायगढ़ की मरीन ड्राईव के किनारे चल रहे निर्माण कार्य को भी पैसे की बर्बादी बताते हुए इस कार्य को करने वाले इंजीनियरों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि करोड़ो रूपए की सड़क देखते ही देखते बर्बाद कर दी गई और इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी ठेकेदार को खुली छूट दे रखे हैं जो गलत है।
रायगढ़ नगर निगम में आयुक्त आशुतोष पाण्डेय के एक साल के कार्यकाल में 20 से अधिक विकास कार्य संबंधित समाचार पर भाजपा नेता का यह सवाल था कि अधिकारी पदस्थ होते है और एक समय बाद उनका स्थानांतरण भी हो जाता है लेकिन चुने हुए जनप्रतिनिधि जनता की पसंद से नगर निगम में अपने वार्डो के अलावा शहर में विकास कार्य की योजना बनाते हैं जिन्हें प्रदेश सरकार द्वारा हरी झंडी दी जाती है और ऐसे में इसका श्रेय सीधे आयुक्त को दिए जाना कई सवालांे को खड़ा करता है। गुरूपाल भल्ला का कहना है कि रायगढ़ नगर निगम में महापौर, सभापति, नेता प्रतिपक्ष के अलावा वार्ड पार्षद अपने-अपने इलाकों में लगातार विकास कार्यो के लिए जद्दोजहद करते हैं और उसी कार्य योजना के अनुरूप जब काम शुरू होता है तो इसका श्रेय संबंधित जनप्रतिनिधियों को मिलता है न कि अधिकारियों को उन्होंने इस बात पर भी चुटकी ली है कि महापौर, सभापति, नेता प्रतिपक्ष के साथ-साथ पार्षदों के होते हुए जिस प्रकार साल भर में घोटाले दर घोटाले निगम में हुए हैं उनकी जांच भी होनी चाहिए। उनका कहना है कि चाहे डस्टबीन खरीदी का मामला हो या सड़क निर्माण का या फिर स्वच्छ रायगढ़ के नाम पर किए गए कार्यो का।
प्रदेश कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य व जशपुर जिले के प्रभारी गुरूपाल भल्ला ने बातचीत के दौरान यह भी कहा कि बीते एक साल के अंदर नगर निगम में जिस प्रकार राजनीतिक उठापटक का फायदा उठाते हुए अधिकारियों ने भ्रष्टाचार की गंगा बहाई है उसकी जांच भूपेश बघेल सरकार को करवानी चाहिए। शहर की टेªफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए बनाई गई मरीन ड्राईव को जिस प्रकार खोदकर बर्बाद कर दिया गया है इससे भी यह बात साफ हो जाती है कि करोड़ो के ठेके में लाखों के कमीशन के साथ-साथ करोड़ो रूपए की सड़क देखते ही देखते बर्बाद कर दी गई और इस पर स्थानीय विधायक, महापौर, सभापति की चुप्पी भी आश्चर्यजनक है। भले ही यह निर्माण कार्य केलो नदी में घरों के गंदे पानी को रोकने के लिए करवाया जा रहा हो लेकिन जिस प्रकार पाईप लाईन पूरी सड़क को बर्बाद करके बनाई जा रही है उसमें कौन सी इंजीनियरिंग लगाई गई है यह निगम के अधिकारियों को जवाब देना चाहिए।
बहरहाल वरिष्ठ भाजपा नेता गुरूपाल भल्ला ने यहां तक कहा कि ऐसे मामलों में अगर जांच नही होती तो भाजपा इन मुद्दों को लेकर भूपेश बघेल सरकार को घेरेगी और जनता के बीच भी लेकर जाएगी।