संस्कार स्कूल ने मनाया फादर्स-डे एवं योग दिवस,अपने बच्चों को गोद में लेकर पिताओं ने किया पेपर डांस

by Kakajee News

रायगढ़। संस्कार स्कूल ने रविवार को फादर्स-डे एवं सोमवार को विश्व योग दिवस कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए मनाया। फादर्स-डे वर्चुअल स्वरूप में मनाया गया, जिसमें बच्चों ने अपने-अपने घर से ही कार्यक्रम में हिस्सा लिया और उसके वीडियो व फोटोग्राफ्स स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप व सोशल साइट्स पर पोस्ट किए। इसी तरह विश्व योग दिवस पर स्कूल में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने योगाभ्यास किया,
जबकि बच्चों ने अपने-अपने घरों से ही कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
संस्कार स्कूल के मार्गदर्शक रामचंद्र शर्मा ने बताया कि हमारी संस्था की ओर से हर तीज-त्यौहारों के साथ प्रमुख दिवस व महापुरुषों की जयंती पर विशेष आयोजन किए जाते हैं, जो कोरोनाकाल में भी ऑनलाइन कराए जा रहे हैं। इसी कड़ी में फादर्स-डे पर वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें बच्चों ने अपने-अपने पिता को गिफ्ट दिए। उनके साथ घर के कामकाज में हाथ बंटाया। विभिन्न खेलकूद व एक्टिविटीज कराए गए, जिसमें बच्चों व उनके अभिभावकों ने उत्साह से हिस्सा लिया। इसमें सबसे आकर्षण का केंद्र पेपर डांस रहा। इसमें एक छोटा सा पेपर में अपने बच्चे को गोद में उठाकर बैलेंस बनाकर डांस करना था। इसके माध्यम से जीवन में आने वाले संघर्षों व उस पर कैसे सामंजस्य स्थापित कर चलना है, इसकी सीख मिली। स्कूल की इस पहल की अभिभावकों ने खूब सराहना की और आगे भी इसी तरह के आयोजन करते रहने की अपेक्षा जताई।
बच्चों ने दिए ग्रीटिंग्स व गिफ्ट
स्कूल की प्राचार्य श्रीमती रश्मि शर्मा ने बताया कि फादर्स-डे पर बच्चों ने घर में ही अपने हाथों से ग्रीटिंग्स बनाकर अपने पिता को दिए। कई बच्चों ने सुंदर-सुंदर गिफ्ट दिए। बच्चों ने पोस्टर के माध्यम से भी अपने पिता के प्रति अपनी भावनाओं को प्रगट किया। फादर्स-डे को लेकर बच्चे काफी उत्साहित थे। स्कूल प्रबंधक के साथ मिलकर बच्चों ने इस दिन को यादगार मनाया।

शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है योग: रामचंद्र शर्मा
संस्कार स्कूल में विश्व योग दिवस पर योगाभ्यास किया गया। स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने स्कूल कैंपस में, तो बच्चों ने अपने-अपने घरों से ही इसमें हिस्सा लिया। स्कूल के योग शिक्षक ने तय प्रोटोकाल के मुताबिक योगाभ्यास कराया। इस मौके पर स्कूल के मार्गदर्शक रामचंद्र शर्मा ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने हमें योग के रूप में एक ऐसा विधा सौंपकर गए हैं, जो निरोगी काया पाने में सहायक है। योग व प्राणायाम से हम शारीरिक रूप से तो स्वस्थ रहते हैं, मानसिक रूप से काफी मजबूत बनते हैं। मन को एकाग्र करने में योग काफी सहायक है। इसके माध्यम से हम अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। हमारी इस प्राचीन विधा को आज पूरा विश्व अपना रहा है। कोरोनाकाल में तो योग के प्रति सभी वर्ग के लोग आकर्षित हुए हैं, यह कई बीमारियों के इलाज में भी मददगार साबित होता है। हमें योग का अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

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