कोडरमा सदर हॉस्पिटल में एक बार फिर डॉक्टर की लापरवाही सामने आई है। प्रसव पीड़ा होने पर 22 जून को हॉस्पिटल पहुंची गर्भवती महिला को महिला डॉ.फरहाना महफूज़ ने समय पूरा नहीं होने का हवाला देते हुए दो माह बाद दोबारा आने की सलाह दी। लेकिन घर लौटते समय कोडरमा थाना क्षेत्र के राजेंद्र चौक पर ऑटो में ही इस महिला ने एक बच्ची को जन्म दे दिया।
इसके बाद प्रसूता को दोबारा सदर हॉस्पिटल ले जाया गया,जहां फौरी तौर पर स्वास्थ्य लाभ मिलने के बाद दोनों जच्चा-बच्चा अब सुरक्षित है। बता दें जिले के डोमचांच थाना अंतर्गत मसमोहना निवासी दुर्गावती देवी,पति-शिव शंकर सिंह को मंगलवार अहले सुबह करीब चार बजे हल्का प्रसव पीड़ा होने लगी थी,जिसके बाद सास और ससुर संतोष सिंह पूर्वाह्न करीब 11 बजे अपनी बहु को सदर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। डॉ.फरहाना महफूज़ द्वारा चेकअप किया गया और अल्ट्रासाउंड के साथ कई तरह की जांच लिखा गया था। अपराह्न करीब दो बजे जांच रिपोर्ट आने के बाद परिजनों को दो माह के बाद आने की बात कही गई थी। जबकि ऑटो से वापस अपने घर लौटने के दौरान बीच रास्ते में ही गर्भवती महिला का प्रसव सदर हॉस्पिटल से महज एक किमी.दूर राजेंद्र चौक पर हो गया।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन व डीएस?
इधर सिविल सर्जन डॉ.एबी प्रसाद ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों से ही ऐसी घटना की होने की बात संज्ञान में आई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर सच्चाई सामने लाई जाएगी। इधर डीएस डॉ.आर कुमार ने बताया कि मामले में डॉ.फरहाना महफूज से पूछे जाने पर जानकारी दी है कि गर्भवती महिला को एडमिट होने बोले थे,लेकिन सहिया बोली कि बगल में घर है,दिक्कत होगी,तो आ जाएंगे। महिला अपने मन से चली गयी।