प्रेमिका के घरवालों ने लाठी-डंडे से पीटकर प्रेमी को मार डाला, लड़की के पिता-चाचा समेत 5 पर केस

by Kakajee News

गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके के गायघाट बुजुर्ग टोले में मंगलवार की भोर में हॉरर किलिंग से सनसनी फैल गई। लड़की के घरवालों ने उसके प्रेमी को लाठी-डंडे से पीट कर मार डाला। युवक की मां की तहरीर पर पुलिस ने लड़की के पिता और चाचा समेत पांच आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज किया है।

झंगहा इलाके के जीतपुर का रहने वाला प्रदीप उर्फ लौहर निषाद (27) बाहर रहकर मजदूरी करता था। करीब दो महीने पहले वह अपनी बहन की शादी में शामिल होने गांव आया था। 17 जुलाई को उसे अपने चाचा के साथ काम पर वापस मुरेंडा जाना था। टिकट होने के बावजूद उसने किसी कारण से जाने से इंकार कर दिया। इस दौरान उसका अपनी बुआ के घर रामगढ़ताल इलाके के गायघाट बुजुर्ग के निषाद टोले में आना-जाना बढ़ गया था।
आरोप है कि गायघाट बुजुर्ग की ही एक युवती से उसका प्रेम संबंध हो गया। वह युवती से फोन पर बात करता था और अक्सर उससे मिलने के बहाने अपनी बुआ के घर भी आता था। आरोप है कि सोमवार की शाम को वह बुआ के यहां पहुंचा और देर रात में वहां से चुपके से निकला, इसके बाद वह अपनी प्रेमिका को उसके घर से लेकर लेकर कहीं चला गया। इस बीच युवती के घर वालों को इसकी जानकारी हो गई। परिवार के लोग घर के पास फोरलेन पर ही बैठकर दोनों के लौटने का इंतजार करने लगे।

सुबह करीब चार बजे प्रदीप उर्फ लौहर बाइक से युवती को लेकर जैसे ही आया, उसके परिवार के लोगों प्रदीप को घेर लिया ओर लाठी-डंडे से उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी। इस बीच ईंट से कूंचकर युवक की हत्या कर दी गई। कुछ ही देर में यह बात गांव में जंगल में आग की तरह फैल गई। बुआ व अन्य लोगों को पता चला तो वह उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उधर, सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से युवक का मोबाइल बरामद किया है। युवक की मां ने लड़की के पिता और चाचा समेत पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर रामगढ़ताल जेएन सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

बेटे की मौत से मां बदहवास
झंगहा थाना क्षेत्र के राजी जगदीशपुर बरहवा टोला निवासी प्रदीप निषाद उर्फ लौहर की हत्या की खबर सुनकर मां मंथरा देवी बदहवास है। परिवार में सबसे बड़ा एवं रोजी-रोटी का एक मात्र सहारा प्रदीप अभी अविवाहित था। परिवार की पूरी जिम्मेदारी उसी के कंधे पर थी। दो नाबालिग छोटे भाइयों और अकेली मां की देखभाल वह पेंट-पालिश का काम करके करता था। प्रदीप की मां की पहली शादी जीतपुर में हुई थी। प्रदीप के पैदा होने के बाद उसकी मां उसे लेकर राजी जगदीशपुर निवासी रामचंद्र के साथ रहने लगी। प्रदीप अपने पिता की सम्पत्ति में हिस्सा मांग रहा था, इसको लेकर भी विवाद था।

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