आईजीआईएमएस के गैस्ट्रोसर्जरी विभाग में एक बुजुर्ग के पेट से दूरबीन विधि से शिष्ट निकाला गया। मरीज रामसुधारी यादव को पिछले कई महीने से पेट और छाती के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत थी।
आईजीआईएमएस के गैस्ट्रो सर्जरी डॉ. राकेश कुमार सिंह की देखरेख में उनका इलाज शुरू हुआ। जांच में मरीज के खाने की नली के बगल में एक शिष्ट, जिसे इसोफेजियल डुप्लीकेशन शिष्ट कहा जाता है, पाया जाता है। यह शिष्ट नवजात बच्चों में ही पाया जाता है। डॉ. राकेश ने बताया कि अब तक इस प्रकार का ऑपरेशन ओपन होता था। लेकिन रामधनी का ऑपरेशन दूरबीन विधि से सफलतापूर्वक किया गया।