छत्तीसगढ़ के कोरबा में पुलिस ने रंगदारी, धोखाधड़ी जैसे मामलों में कांग्रेस नेताओं पर शिकंजा कस दिया है। गुरुवार सुबह पुलिस ने इंटक के जिलाध्यक्ष विकास सिंह के घर छापा मारा। हालांकि इससे पहले ही विकास सिंह फरार हो गए। बताया जा रहा है कि पुलिस उनकी दो साल से तलाश कर रही है। वहीं यूथ कांग्रेस नेता तौकीर खान को भी जिला बदर कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब 6 बजे 50 से ज्यादा पुलिसकर्मियों और उच्च अधिकारियों ने विकास सिंह के SECL क्षेत्र के घर पर छापा मारा। हालांकि वह पुलिस के हाथ नहीं आए। पुलिस का कहना है कि विकास सिंह फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। ऐसे आरोपी जिन पर पुराने मामले दर्ज होने के बाद वह फरार हैं, उनकी धरपकड़ की कोशिश की जा रही है।
दरअसल, रंगदारी मामले में करीब 2 साल पहले अक्टूबर 2019 में जिले के ASP और IPS उदय किरण ने आधी रात विकास सिंह के घर छापा मारा था, लेकिन तब भी वह फरार हो गए थे। बाद में IPS उदय किरण की कार्रवाई के विरोध में विकास सिंह हाईकोर्ट तक गए थे और याचिका लगाई थी। हालांकि तब मामला शांत हो गया था। विकास सिंह के करीबियों पर जबरन दुर्गा पूजा का चंदा वसूलने और ठेकेदारों से रंगदारी वसूली करने का आरोप था।
वहीं युवक कांग्रेस नेता तौकीर खान को कोर्ट ने जिला बदर कर दिया है। उनके ऊपर भी बालको के निजी ठेका कंपनी से रंगदारी वसूलने का आरोप है। वह इस मामले में जेल भी जा चुके हैं। कोर्ट ने उन्हें 24 घंटे में जिला छोड़ने का आदेश दिया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि कोरबा राजस्व जिला सहित समीपवर्ती जिले जशपुर, सरगुजा, कोरिया, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवारी और मुंगेली में एक साल प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
विकास सिंह का घर जिस क्षेत्र में आता है वह कोतवाली का इलाका है। विकास सिंह पर छापे की कार्रवाई से ठीक एक दिन पहले जिले में 7 पुलिस अफसरों के तबादले किए गए हैं। इसमें कोतवाली TI विवेक शर्मा भी शामिल हैं। उन्हें किसी भी थाने की जिम्मेदारी न देकर पुलिस लाइन भेज दिया गया है। उनके ट्रांसफर को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। उनकी जगह दीपिका TI सनत सोनवानी को जिम्मेदारी दी गई है।
ASP कीर्तन राठौर का कहना है कि सिर्फ विकास सिंह ही नहीं, बल्कि ऐसे सभी आरोपी जिन पर अलग-अलग तरह के अपराध दर्ज हैं, उनकी तलाश की जा रही है। इसी सिलसिले में विकास सिंह के घर भी छापामार कार्रवाई की गई है। इस तरह के मामलों में आरोपियों की धरपकड़ के लिए SP ने विशेष टीम का गठन किया है। उनके आदेश पर ही यह कार्रवाई शुरू की गई है।