गुमला शहर के पॉश इलाके गोकुल नगर में मंगलवार की सुबह एक एनजीओ के ऑफिस में घुसकर संचालक मिथिलेश कुमार साहू की हत्या कर दी गई। अपराधियों ने मिथिलेश के सीने में गोली मारने के बाद उसका गला रेत दिया। मिथिलेश साहू मॉब लिंचिंग सहित कई अन्य आपराधिक मामलों में आरोपी था और कुछ महीने पहले ही जेल से बाहर आया था। मिथिलेश हत्याकांड में प्रवीण साहू और शुभम प्रसाद समेत कुछ अन्य लोगों के विरुद्ध टाउन थाने में एफआईआर कराई गई है।
एनजीओ बाल मजदूर मुक्ति संस्थान के कार्यालय में घटना के समय मौजूद पूजा कुमारी नामक कर्मचारी ने बताया कि सुबह नौ बेज मिथिलेश ऑफिस में बैठा था। वह रसोई में दूध गरम कर रही थी। इसी बीच गोली चलने की आवाज आई।
भागकर वह बाहर निकली तो तीन-चार अपराधी मौजूद थे। उनमें से एक ने पूजा को अपशब्द कहते हुए मारने के लिए धमकाया तो वह अपने बच्चे समेत एक कमरे में बंद हो गई। वहीं से उसने मिथिलेश के भाई अखिलेश को फोनकर घटना की जानकारी दी। उधर, अपराधी मिथिलेश को गोली मारने के बाद उसका गला रेतकर भाग निकले। अखिलेश के पहुंचने पर मिथिलेश को सदर अस्पताल ले जाया गया। हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही मिथिलेश की मौत हो चुकी थी।
मिथिलेश विहिप के डुमरी प्रखंड अध्यक्ष संजय साहू का पुत्र था। जिले में करीब दो वर्ष पूर्व हुए जैरागी मॉब लिंचिंग की घटना का वह मुख्य आरोपी था। इसके अलावा भी के उसके विरुद्ध कई अन्य आपराधिक मामले दर्ज थे। पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के बीच हत्या की इस वारदात से शहर में दहशत व्याप्त है।
क्या कहती है पुलिस: मिथिलेश साहू की हत्या की खबर सुनकर सदर अस्पताल में नागरिकों का भारी हुजूम जमा हो गया। वहां पहुंचे एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल ने 24 घंटे के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।