कटिहार जिले के दो बच्चों के खाते में रातोंरात 960 करोड़ रुपए आने के मामले में अब नया ट्विस्ट आया है। जिले के आजमनगर प्रखंड के पस्तिया गांव के गुरु चरण और असित कागजों में करोड़पति बन गए थे। इनका मामला सुर्खियों में आने पर जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे।
शुरुआती जांच में सामने आया कि उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की बेलागंज शाखा ने यह साफ कर दिया है कि उनके बैंक अकाउंट में ऐसा कुछ भी दिख नहीं रहा है। हालांकि इंटरनेट केंद्र से बच्चों द्वारा अकाउंट जांच के दौरान जब अकाउंट डिटेल की फोटोकॉपी निकाली गई, उसमें जो राशि दिखी वह कैसे आई, इस बारे में बैंक कुछ नहीं बता पा रहे हैं।
बता दें कि आजमनगर थाना क्षेत्र की बघौरा पंचायत स्थित पस्तिया गांव निवासी दो छात्रों के खाते में करोड़ों की राशि आने के बाद बुधवार को गांव में सनसनी फैल गई थी। गुरुचरण और असित के अकाउंट अलग-अलग हैं। इंटरनेट केंद्र पर जब कक्षा 6 में पढ़ने वाले इन बच्चों का अकाउंट वेरीफिकेशन किया गया तो इसमें 900 करोड़ से ज्यादा की राशि दिखी। इसके बाद अपना अकाउंट चेक कराने के लिए ग्रामीणों की कतार लग गई थी।
इसपर स्थानीय मुखिया लल्लन विश्वास ने बताया कि बैंक ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की थी। जिलाधिकारी को प्रारंभिक जांच के तौर पर बैंक द्वारा जो रिपोर्ट दी गई है उसमें कहा गया है कि बैंक के अकाउंट में ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है। फिलहाल रातोंरात करोड़पति बने दोनों बच्चों के गांव का माहौल शांत है।