बिलासपुर। Good News: सड़क सुरक्षा सुधार कार्यक्रम के बाद भी दुर्घटनओं में लोगों की जान जा रही है। अधिक लोगों की जान बचाने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से महत्वपूर्ण योजना शुरू कर रही है। इसके तहत दुर्घटना में घायलों की मदद कर जान बचाने वालों को पांच हजार स्र्पये नकद इनाम दिया जाएगा। योजना के लिए केंद्र सरकार की ओर से बजट दिया जाएगा।
सड़क सुरक्षा सुधार कार्यक्रमों के बाद भी लोगों की जान नहीं बच पा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय का मानना है कि दुनिया भर में दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए जागरूकता और सड़क इंजीनियरिंग पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं, विद्यार्थियों को भी आपातकालीन स्थिति से निपटने प्रशिक्षण दिया जा रहा है। घायलों की मदद करने वालों को कानूनी सुरक्षा भी दी जा रही है। इसके बावजूद आपात स्थिति में लोग घायलों की मदद करने आगे नहीं आ रहे हैं। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से घायलों की जान बचाने वालों को प्रोत्साहित करने पांच हजार स्र्पये का इनाम दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
इन्हें मिलेगा इनाम
दुर्घटना के बाद गोल्डन अवर के दौरान घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को। सड़क में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वालों को इनाम की राशि मिलेगी। इसका निर्धारण जिला स्तरीय समिति करेगी। इसमें पुलिस, स्वास्थ्य और परिवहन विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे। समिति के सदस्यों की अनुसंशा पर इनाम दिया जाएगा।
अस्पताल और पुलिस देगी जानकारी
घायलों की जानकारी सबसे पहले देने वालों की जानकारी पुलिस की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, घायलों को अस्पताल में पहुंचाने वालों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिया जाएगा। ऐसे लोग जिन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाया या पुलिस को सूचना दी इनकी जानकारी कलेक्टर को दी जाएगी। इसके आधार पर इनाम के लिए चयनित किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगा एक लाख का पुरस्कार
घायलों की मदद करने वालों को राज्य स्तर पर पांच हजार का इनाम दिया जाएगा। वहीं, 10 लोगों का चयन राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए किया जाएगा। इसके तहत चयनित को एक लाख स्र्पये का इनाम दिया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से अनुसंशा की जाएगी।
