Raipur Railway Blast Story:छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर खड़ी स्पेशल ट्रेन में शनिवार सुबह ठीक छह बजकर 29 मिनट पर धमाका हुआ, उस समय झारसुगड़ा से जम्मू तवी के लिए जाने सीआरपीएफ के तीन कंपनियों के जवान एक-एक करके ट्रेन में सवार हो रहे थे।घटना के चश्मदीद गवाह फूड स्टाल के कर्मचारी विश्राम सिंह ने आंखो-देखा हाल पत्रकारों से बयां किया। विश्राम सिंह ने बताया कि हादसे के वक्त वह स्टाल में ही थे।
सुबह के समय प्लेटफार्म पर चहल-पहल बढ़ गई थी।सीआरपीएफ के जवान प्लेटफार्म पर भारी-भरकम सामान और लगेज के साथ आवाजाही कर रहे थे।कुछ जवान स्टाल में चाय पी रहे थे। स्टाल से करीब 30 फीट की दूरी पर जवानों ने अपना सामान रखा था और एक-एक करके ट्रेन की बोगी में उसे चढ़ा रहे थे, तभी अचानक तेज धमाका हुआ।
पलभर के लिए मुझे और आसापास खड़े किसी को कुछ समझ नहीं आया कि धमाका कहां से और कैसे हुआ? धमाके के बाद प्लेटफार्म पर अफरा-तफरी मच गई। लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे थे।कुछ जवान बोगी की ओर भागे।जवानों ने तत्काल लोगों से हटने को कहा।दूसरे यात्रियों से भी दूरी बना ली।कोई कह रहा था जवान की जेब में रखा बम फट गया, तो किसी ने कहा कि सामान में रखा विस्फोटक फटा है।
इसी दौरान ट्रेन के अंदर से एक घायल जवान को साथी जवानों ने बाहर निकाला। आसपास कुछ नहीं दिखा तो सामान ले जाने वाले ठेले पर ही घायल जवान को लिटाकर सभी बाहर की तरफ भागे। जवान का चेहरा झुलस गया था। सिर और चेहरे के दाएं हिस्से में जख्मी हो गए थे। कुछ देर बाद बाहर प्लेटफार्म पर ही तीन-चार अन्य जवानों की मरहम पट्टी की गई। करीब एक घंटे बाद जवानों की स्पेशल ट्रेन रवाना हो गई। इस बीच कुछ अफसर आए थे।घटनास्थल का जायजा लेकर वो भी चले गए।
सीआरपीएफ अफसरों ने बताया इस वजह से हुआ हादसा
घटना के चार घंटे तक नौके पर पहुंचे सीआरपीएफ के अफसर मीडियाकर्मियों को कुछ भी बताने से बचते रहे। दोपहर बाद 211 वीं बटालियन के कमांडेंट संजीव रंजन की तरफ से जानकारी दी गई। संजीव रंजन ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर दो पर खड़ी ट्रेन में स्टोर और हथियार कोत की लोडिंग की जा रही थी।
आर्म्स एम्मुनेशन के बाक्स को हेड कांस्टेबल चव्हाण विकास लक्ष्मण और अन्य जवान रख रहे थे। विकास के हाथ में गोला-बारूद का फ्यूज बाक्स बोगी के शौचालय के पास हाथ से छूट गया। फ्यूज बाक्स में ब्लास्ट की वजह से विकास समेत चार जवान घायल हुए। विकास को इलाज के लिए निजी अस्पताल भेजा गया है।जबकि मामूली रूप से घायल तीन जवानों को प्राथमिक इलाज के बाद उसी ट्रेन से भेज दिया गया।घायल जवान चव्हाण विकास लक्ष्मण को अस्पताल के डाक्टरों की टीम के साथ सीआरपीएफ के डाक्टर की देखरेख में सीटी स्केन कराया गया।जवान की गहन चिकित्सा की जा रही है।रायपुर जीआरपी में मामला दर्ज करवाया गया है।इस हादसे की विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
डेढ़ घंटे विलंब से चली लोकल ट्रेन
रायपुर रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर राकेश सिंह ने बताया कि विस्फोट की वजह से स्पेशल ट्रेन को डेढ़ घंटे तक प्लेटफार्म दो पर ही रोकना पड़ा।सीआरपीएफ के अधिकारियों ने आकर जांच-पड़ताल की।उसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया।इस वजह से दुर्ग, भिलाई की दिशा में जाने वाली लोकल ट्रेने भी विलंब से रवाना की गई।सुबह आठ बजे के बाद से स्टेशन पर लोगों की आवाजाही और ट्रेनों का संचालन सामान्य हो गया था।
जीआरपी कर रही जांच
रायपुर जीआरपी की टीम ने भी हादसे के कुछ देर बाद मौके का मुआयना किया। जीआरपी के एसपी राकेश कुकरेजा ने बताया कि हादसा कैसे हुआ,इसकी जांच सीआरपीएफ करेगी।जीआरपी भी एक रिपोर्ट बनाकर अपने मुख्यालय भेजेगी।सुबह फोर्स का मूवमेंट था।आमतौर पर ऐसी घटनाएं नहीं होती हैं।जवानों ने सामान ट्रेन में लोड किया था।इसके बाद शायद वे सामान अंदर ही दूसरी बोगी में ले जा रहे थे, इसी दौरान यह हादसा हुआ।घटना को लेकर सीआरपीएफ के अफसरों से लगातार समन्वय कर रहे हैं।