रायगढ़। रायगढ़ जिले में एक लंबे अर्से से जंगली हाथियों का आतंक व्याप्त है और इन जंगली हाथियों का आतंक कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा है कि शाम ढलते ही गांव की गलियां सुनी हो जाती है। गांव के ग्रामीण रतजगा करके अपनी व अपने फसलों की रक्षा करने पर मजबूर हैं। लगातार जंगली हाथियों की बढ़ती संख्या से मानव और हाथी के बीच द्वंद भी जारी है। इसी क्रम में रायगढ़ शहर से लगे हुए टीपाखोल में रविवार की रात जंगली हाथियों के एक के पहुंचने से पूरे गांव में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार एक लंबे अर्से बाद रायगढ़ शहर से महज 8 किलोमीटर दूर टीपाखोल क्षेत्र में एक बार फिर से जंगली हाथियों के एक दल ने दस्तक दी है। जंगली हाथी के दल के गांव पहुंचने की खबर से ही पूरे गांव में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है।
इस मामले की जानकारी लगते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर जंगली हाथियों को वापस भगाने की कवायद में जुट गई है। साथ ही साथ गांव वालों को जंगली हाथियों से दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है।
इस संबंध में जानकारी देते टीपाखोल गांव के कुछ लोगों ने बताया कि बीती रात गांव के कुछ घरों में जंगली हाथियों के द्वारा थोड़ी बहुत नुकसान पहुंचाया गया है वहीं आज सुबह टीपाखोल जलाशय के पास जंगली हाथियों के दल को देखा गया था। अभी वर्तमान में जंगली हाथियांे का यह दल जिंदल एयरपोर्ट से चिराईपानी वाले मार्ग में पहाड़ किनारे झाड़ियों में छुपा हुआ है।
जंगली हाथियों की वजह से इस मार्ग में वाहनों का परिचालन पूरी तरह से इस मार्ग में बंद करा दिया गया है जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार भी लग गई है।