Raigarh News : बाढ़ का पानी उतरने के बाद डायरिया ने दी दस्तक, दो की मौत के बाद मचा हड़कंप, डाक्टरों की टीम गांव में मौके पर…पढ़ें पूरी खबर

by Kakajee News

रायगढ़ ।  पिछले दिनों महानदी में आए बाढ़ के बाद  पुसौर सरिया ब्लॉक में डायरिया ने दस्तक दे दी है। इस बीमारी के चपेट में आने से सैकड़ो लोगों के बीमार होनें की जानकारी मिल रही है। वहीं दो की मौत की खबरें भी सामने आ रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि नही की है। घटना के बाद स्वास्थ्य अमले में हड़कंप है। लगातार मीटिंग लेकर इसे कंट्रोल करने पर जोर दिया जा रहा है।


इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पुसौर ब्लाक के अंतर्गत आने वाले पडिगांव में बुधवार सुबह  बीडीसी कैलाश पाइक की मौत डायरिया से हो गई। एक दिन पहले कालिया खम्हारी नाम के व्यक्ति की भी डायरिया से मौत होने की बात कही जा रही है। जानकारी के मुताबिक कैलाश पाइक को पहले डायरिया हुआ इसके बाद डिहाइड्रेशन। कालिया की भी मौत का कारण किडनी फेल्योर बताया गया है जी डिहाइड्रेशन के कारण हुआ था। हालांकि इनके मौत की कारणों के बारे में स्वास्थ अमला अभी कुछ बताने को तैयार नहीं है लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि दोनो मौत की वजह डायरिया ही है।
पुसौर सरिया ब्लॉक में बाढ़ के बाद बीमारी फैल रही है। दर्जनों गांव इसकी चपेट में हैं। स्वास्थ्य विभाग इस महामारी को फैलने से रोक पाता इससे पहले ही दो लोगों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा है। आसपास के गांव में अलर्ट जारी किया गया है। उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों की पहचान की जा रही है।


इस संबंध में हमने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एसएन केशरी से जब चर्चा की तो उन्होंने इस बात को माना कि उस इलाके में बाढ़ के चलते उल्टी दस्त की शिकायतें आई है और अभी तक एक मौत की जानकारी उन्हें मिली है और दूसरे व्यक्ति की मौत की वजह उसकी पुरानी बीमारी है चूंकि कल देर रात उसको एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, बाद में कैलाश पाईक जो इलाके का बीडीसी है, रायगढ़ रिफर किया गया था तब तक उसकी रास्ते में उसकी मौत हो गई। फिलहाल हालत काबू में है और डाक्टरों की टीम इलाके में पीड़ितों का इलाज कर रही है।  


बाढ़ के बाद फैली बीमारी
स्थानीय लोगों के अनुसार बढ़ के बाद यह बीमारी फैली है। विशेषज्ञ बतातें है कि डायरिया इन्फेक्शन दूषित पानी और भोजन के अंतर्ग्रहण से होता है, गंदे हाथों से संदूषण या मल पदार्थ के संपर्क में आना। कुछ सामान्य रोगाणु जो गैस्ट्रो-आंत्रशोथ का कारण बनते हैं और बाद में दस्त होते हैं।  यह स्थिति बाढ़ के बाद बनी है।


इन गांव में फैली बीमारी
अभी तक स्थानीय लोगों के बताए अनुसार सूरजगढ़, पड़ी गांव, मचिदा, ओडिकेरा सहित नदी किनारे के गांव में इस बीमारी ने पैर पसारे हैं। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग इन क्षेटों मे लगातार नजर बनाए हुए है।  

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