कोरबा । छत्तीसगढ के कोरबा जिले में एक ग्रामीण अपने पालतू कुत्तों को कोरोना का टीका लगवाने वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच गया। स्वास्थ्य कर्मियों से अपने कुत्ते को वैक्सीनेट करने का आग्रह करने लगा। उसकी बात सुनकर मेडिकल स्टाफ भी हैरान रह गए। उन्होंने ग्रामीण को समझाइश दी। मगर यह बात उसे नागवार गुजरी और वह स्वास्थ्य कर्मियों से विवाद करते हुए हाथापाई पर उतारू हो गया। मामला इतना बढ़ा कि स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा की मांग को लेकर हड़ताल पर जाना पड़ गया।
अब मामला पुलिस के पास पहुंच गया है। यह चौंकाने वाला मामला कोरबा जिले के वनांचल गांव अजगरबहार में सामने आया है। यहां संचालित स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा था। इसी दौरान पास के गांव में रहने वाला रामायण सिंह वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचा। उसके साथ में उसके 3 पालतू कुत्ते भी थे। केंद्र में मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों को लगा कि रामायण सिंह टीका लगवाने के लिए पहुंचा है। मगर उसकी बातें सुनकर सभी हैरान रह गए। रामायण सिंह ने अपने तीनों कुत्तों को कोरोना का टीका लगाने का आग्रह किया। उसकी बात सुनकर केंद्र के प्रभारी ने उसे समझाने की कोशिश की। वह नही माना। रामायण सिंह उनकी विवाद करने लगा। विवाद इतना बढ़ गया कि उसने केंद्र के लैब– टेक्नीशियन को गाली गलौज करते हुए हाथापाई पर उतारू हो गया।
करीब आधे घंटे तक स्वास्थ्य केंद्र में ड्रामा चलता रहा। वहां मौजूद स्टाफ ने रामायण सिंह की सारी करतूत अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया ग्रामीण की इस हरकत से नाराज मेडिकल स्टाफ अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर केंद्र के बाहर ही धरने पर बैठ गए। मामले की शिकायत बालको थाना में की गई है।शराब के नशे में धूत था ग्रामीण।बताया जा रहा है कि रामायण सिंह शराब के नशे में धुत था। वह लड़खड़ाते हुए अपने कुत्तों के साथ केंद्र पहुंचा था। मामूली बात को लेकर उसने लैब टेक्नीशियन से विवाद करना शुरू कर दिया। जबकि वहां पर महिला स्वास्थ्यकर्मी भी मौजूद थे। इसकी परवाह किए बगैर रामायण सिंह भद्दी गालियां देते हुए हाथापाई पर उतारू हो गया। महिला स्टाफ ने भी उसे समझाने का काफी प्रयास किया। मगर कोई फायदा नहीं हुआ। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले कर्मचारी अब सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
कोरोना को जड़ से मिटाने के लिए सरकार द्वारा वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। जिसके तहत कोरबा जिले में युद्ध स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। मगर ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली ऐसी घटनाओं की वजह से कार्य में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। अजगरबहार में शराबी ग्रामीण के उत्पात के कारण आसपास के 10 गांव में चल रहा टीकाकरण का कार्य ठप हो गया। दरअसल स्वास्थ्य केंद्र हुई घटना को खबर मिलते ही फील्ड में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी काम छोड़ कर केंद्र पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। जिससे वेक्सिनेशन कार्य प्रभावित हो गया। बालको थाना पुलिस ने अपराध दर्ज किया है।
( प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अजगर बहार में नशे में धुत एक व्यक्ति नारायण सिंह माखुर पानी के द्वारा मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया गया अभद्र और अपशब्दों का प्रयोग किया गया है स्टाफ के साथ झूमा झटकी और मारपीट भी किया गया है। विशेषकर वहां का जो लैब टेक्नीशियन श्री मिश्रा जी के साथ काफी मारपीट करने की कोशिश की गई है वह व्यक्ति नशे में धुत था वह दो-तीन डॉग्स को लेकर आया हुआ था और उन्हें कोविड-19 की वैक्सीन लगाने के लिए बाध्य कर रहा था। इसकी वजह से पूरे स्टाफ में डर और रोष का माहौल है और हम लोग चाहते हैं व्यक्ति के ऊपर कड़ी कार्रवाई हो शासकीय कार्य में बाधा भी डाला है मेडिकल स्टाफ को प्रोटेक्ट करने के लिए जो एक्ट बना है उसका भी वायलेशन किया है संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की असामाजिक तत्वों के द्वारा जो चिकित्सालय में काम करने वाले स्टाफ है उनके साथ इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो)
(बाल्को थाना क्षेत्र के अजगर बाहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल स्टाफ के द्वारा लिखित में आवेदन दिया गया था की माखुर पानी का कोई व्यक्ति है नारायण जो शराब के नशे में आकर वहां पर गाली गलौज और मारपीट जैसी घटना किया है जिस पर बालको थाने में अपराध कायम किया गया है और आरोपी को रिमांड में भेजा जा रहा है)