डोंगरगढ़ । नवरात्रि के अवसर पर सीएम भूपेश बघेल राजनांदगांव जिले के धर्म नगरी डोंगरगढ़ में विराजमान माता बमलेश्वरी के दर्शन के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने माता रानी के दरबार में माथा टेक कर प्रदेश की खुशहाली और विकास की कामना की इस दौरान उनके साथ विधायक भुनेश्वर बघेल, युवा आयोग के अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार और विधायक देवेंद्र यादव समेत आला अधिकारी व काग्रेस के अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि- 15 सालों से उनका पूरा परिवार चिटफंड कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बना हुआ था।
डोंगरगढ़ में मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने भाजपा नेत्री सरोज पांडेय के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि वे डॉ रमन सिंह का विरोध नहीं कर सकती इसलिए उन्होंने मेरे माध्यम से रमन सिंह की आलोचना की है मुझे यह स्वीकारने में जरा भी गुरेज नहीं है कि प्रदेश की सड़कें खस्ताहाल है मैंने खुद ही रायगढ़ कोरबा और जशपुर की सड़कों के बारे में कहा है कि यहां मरम्मत की जरूरत है 15 साल से भाजपा की सरकार रही,जनता ने उन्हें बार-बार मौका दिया। फिर भी सड़कों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। रमन सिंह सड़कें अच्छी बनाते तो यह स्थिति ही उत्पन्न नहीं होती।
शराबबंदी पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहले रमन सिंह जी बताएं कि उन्होंने शराबबंदी क्यों नहीं की उन्होंने कहा था कि सभी आदिवासी परिवार को सरकारी नौकरी देंगे क्यों नहीं दी गई? उन्होंने कहा था कि 21 सौ रुपए में क्विंटल में धान खरीदी करेंगे क्यों नहीं की गई? 15 साल जनता ने उन्हें मौका दिया लेकिन वह अपने वादों से मुकर गए।
वहीं चिटफंड कंपनी में राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर में घूम-घूम कर पूरा परिवार ब्रांड एंबेसडर बना हुआ था। चिट फंड कंपनी में निवेश करने वाले लाखों परिवार के कई हजार करोड़ों रुपए डूब गए। रमन सिंह ने किस आधार पर उनके पैसे जमा करवाया था। क्यों पैसा वापस नहीं करवाया गया? 15 साल सत्ता में रहने के बावजूद कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
