धान खरीदी केंद्रों में सुरक्षा के उपाय नहीं, आगजनी के हालात में हो सकता है बड़ा नुकसान

by Kakajee News

रायपुर। धमतरी जिले में एक दिसंबर से धान खरीदी हो रही है। धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव निश्चित समय अंतराल पर नहीं होने से धान खरीदी केंद्रों में जाम की स्थिति बन गई है। अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं है, इसके चलते हैं धान की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। प्रति वर्ष खरीफ फसल के उत्पादन को राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य में खरीदा जाता है।
धान खरीदी केंद्रों में किसानों की उपज को बेहतर ढंग से रखने के उद्देश्य से भी कई तरह की व्यवस्थाएं की जाती हैं, लेकिन अधिकांश केंद्रों में आगजनी से निपटने के लिए व्यवस्था नहीं की जाती, यही वजह है कि अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में अग्निरोधी सामान की व्यवस्था नहीं की जाती, यदि इस दौरान दुर्घटनावश कुछ घटना हो जाए तो आग पर काबू पाना मुश्किल होगा, क्योंकि सभी केंद्रों में धान की बोरियां रखी होती हैं।
धमतरी जिले के कुरूद, मगरलोड, नगरी और धमतरी ब्लाक में बड़े पैमाने पर धान खरीदी केंद्रों में धान जाम है। उठाव नहीं होने के कारण जाम की स्थिति बनी हुई है। किसान बाबूलाल साहू, अंजोरीराम साहू, दिनकर साहू ने कहा कि केंद्रों में सुरक्षा को लेकर व्यापक प्रबंध किए जाने चाहिए। आगजनी की घटना को रोकने के लिए भी प्रयास की आवश्यकता है, क्योंकि क्योंकि अधिकांश केंद्रों में अग्निरोधी सामान नहीं रखा हुआ है।
किसान तेजराम साहू बिशालिक देवांगन ने कहा कि आगजनी के अलावा बेमौसम बारिश होने की स्थिति में भी धान के भीगने का खतरा मंडराता रहता है, इसे लेकर भी व्यापक व्यवस्था नहीं की जाती। पिछले साल इसके चलते पानी में भीगने से धान खराब होने लगा था। इस ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। इस संबंध में जिला सहकारी केंद्र के नोडल अधिकारी प्रहलाद पुरी गोस्वामी ने कहा कि सभी धान खरीदी केंद्रों में व्यवस्था बनाने शासन स्तर पर जारी निर्देशों के तहत व्यवस्था की जाती है। आगजनी की घटना से बचाव के लिए भी व्यापक व्यवस्था की गई है।

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