मामूली विवाद पर पिता का हत्या करने वाले हत्यारे पुत्र को पुलिस ने पहुंचाया सलाखों के भीतर

by Kakajee News

कबीरधाम । कबीरधाम जिले के थाना चिल्फी पुलिस को 18 अक्टूबर के दोपहर में सूचना प्राप्त हुआ कि ग्राम शम्भूपीपर निवासी “मंगल सिंह बैगा” को उसका पुत्र “चारू सिंह बैगा” के द्वारा लकड़ी के डंडे से मारपीट कर सिर पर प्राण घात हमला कर गंभीर चोट पहुचा कर हत्या कर दिया है। थाना प्रभारी चिल्फी निरीक्षक के द्वारा तत्काल थाने की टीम के साथ घटनास्थल पहुचा देखने पर मृतक व्यक्ति का शव घर के परछी में रखा था। पूछताछ करने पर मृतक की पत्नी प्रार्थी रूनिया बाई बैगा द्वारा बताया गया की मेरा लडका चारू सिंह बैगा घरेलू बात को लेकर हर्रा लकडी के डंडे से अपने पिता मंगल सिंह बैगा के सिर में प्राणघात हमला कर उनकी हत्या करके भाग गया है।

प्रार्थीया के बयान के आधार पर आरोपी के विरुद्ध थाना चिल्फी में धारा 302 भा.द.वि. पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया, तथा तत्काल थाना प्रभारी द्वारा टीम गठित कर आरोपी चारू सिंह बैगा के पता तलाश हेतु अलग-अलग क्षेत्र में रवाना किया गया जिस पर जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस टीम को सफलता प्राप्त हुआ तथा आरोपी चारू सिंह बैगा पिता मंगल सिंह बैगा उम्र 19 वर्ष साकिन ग्राम शम्भूपीपर थाना चिल्फी जिला कबीरधाम से पूछताछ करने पर पुलिस टीम को बार-बार गुमराह कर रहा था। जिससे कड़ाई से पूछताछ करने पर हत्या करना स्वीकार किया गया व बताया कि मैं खेती किसानी तथा मजदुरी का काम करता हूँ।

18 अक्टूबर को दोपहर करीब 02.00 बजे मैं घर में सोया था, उसी समय मेरे पिताजी मंगल सिंह बैगा आये और जोर जोर से मां बहन की गालीगलौज करते हुए कहने लगे की तुम काम-धाम कुछ करते नहीं हो, दिन रात घुमते-फिरते रहते हो कहने लगे जिससे मुझे बहुत गुस्सा आया तब मैं घर के कमरे से बाहर निकल कर आकर और बोला कि आये दिन चिल्ला चिल्ला कर कहते हो कहकर आवेश में आकर और अपने पिता को माँ बहन की अश्लील गाली देने लगा तथा वाद विवाद करते हुए घर के आंगन में ठेका (घेरा) करने के लिये रखे हर्रा लकड़ी के डंण्डे को उठा कर उनके सिर के पीछे जोर से मार दिया, जिससे पिता जी मुंह के बल जमीन में गिर गये, जमीन में गिरने से उसके सिर माथा, चेहरा व सीना में चोट लग गया था और वे बेहोस हो गये, उसी समय मेरी माँ क्या होगया कह कर घर से बाहर आंगन में निकली और देखी तो पिताजी को उठा कर घर के परछी के अंदर लेजाकर हिला डुला रही थी, तब मेरे पिताजी बातचीत भी नहीं कर रहे थे, तब मेरी मां जीजा और पडोसी को बुलाई दोनों आये उसके बाद गांव के अन्य लोग भी आने लगे तब डर से मैं आंगन में रखे हर्रा लकड़ी के डण्डा को अपने घर के बाड़ी में झुंझाट पर फेंक दिया और घर में भाई बहन लोग मारेंगें कहकर मैं वहां से जंगल की ओर भाग गया था, मेरे द्वारा ही हर्रा लकड़ी के डण्डा से पिताजी के सिर के पीछे वार कर चोंट पहुंचाया गया है। जिससे उनकी मृत्यु हुई है।

कहकर घटना में प्रयुक्त लकड़ी के डंडे को घर के बाड़ी की झुंझाट से गवाहों के समक्ष पुलिस टीम को बरामद कराया गया जिसे पुलिस टीम द्वारा जप्त कर आरोपी के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार कर 19 अक्टूबर को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जुडिशल रिमांड पर भेजा गया है।

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