पुसौर के युवाओं ने रचा इतिहास,देश के हर प्रदेश में लहराया छत्तीसगढ़ का परचम, सरकार ने नही ली सुध

by Kakajee News

रायगढ़। विशाखापट्नम में आयोजित इंडियन नेवी मैराथन दौड़ में देश के अलग-अलग हिस्सों से अलावा विदेश से भी युवा बड़ी संख्या में यहां आए थे। इस मैराथन दौड़ में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पुसौर क्षेत्र के दो युवाओं ने भी इसमें हिस्सा लेकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। हम आपको ये बता दें कि इन युवाओं ने पहले भी कई दौड़ में हिस्सा लेकर छत्तीसगढ़ राज्य का परचम लहराया है और इनको सरकार ने कोई सुविधा उपलब्ध कराना तो दूर इन युवाओं की सुध लेने की भी कोशिश नही की है।इतना ही नहीं लगातार मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने के बाद भी इनके हौसलों की उड़ान देखते ही बनती है।

रायगढ़ जिले से विनोद पंडा एवं संजय मेहर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाले पुसौर तहसील के एक छोटे से गांव कोंडपाली के रहने वाले हैं। यह दोनों युवक प्रदेश ही नही अपितु राष्ट्रीय स्तर के मैराथन दौड़ में एक लंबे अर्से से हिस्सा लेते हुए जिले का नाम रोशन करते आ रहे हैं। जो कि रायगढ़ जिले के लिये गौरव की बात है। अभी हाल ही में व्हाईजाॅग नेवी मैराथन में भाग लेकर इन दोनो धावकों ने निश्चित टाइम पर हाफ मैराथन का लक्ष्य पूरा कर एम्स सर्टिफिकेट हासिल कर लिया है। जो की इनके आगे के नैशनल एवम् इंटरनेशनल मैराथन के क्वालिफाइड हो चुके हैं।

इस संबंध में जानकारी देते हुए विनोद पंडा ने बताया कि उनका सर्व प्रथम लक्ष्य है कि रायगढ़ जिले में रनर्स की एक बड़ी संस्था स्थापित करना। विनोद पंडा ने बताया कि अब तक वे कई मैराथन दौड में हिस्सा ले चुके हैं जैसे कि 4 अगस्त 2019 को परिवर्तन इवेंट रायपुर, 16 जनवरी श्रीक्षेत्र पूरी मैराथन 10 किलोमीटर दौड़ में प्रथम स्थान हासिल करने के अलावा, जनवरी 2021 में एनईबी स्पोट्स द्वारा 12 घंटे रियल रेस में हिस्सा लिया गया साथ ही अभी 13 नवंबर को विशाखापट्नम में आयोजित व्हाईजाॅग नेवी मैराथन 21.1 के जो कि इंटरनेशनल इवेंट है उसके भी हिस्सा लिया। विनोद ने बताया कि नेवी मैराथन व्हाईजाॅग में देश के अलग-अलग राज्यों के अलावा विदेश से भी बड़ी संख्या में लोग यहां जुटे हुए थे और तकरीबन 15 हजार लोग इस मैराथन दौड़ में हिस्सा लिये। विनोद पंडा ने बताया कि अब आने वाले दिनों में मुंबई में आयोजित होनें वाले मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने की तैयार की जा रही है।

विनोद पंडा का यह भी कहना था कि मेरा मंशा नही कि मै मीडिया में फेमस रहूं, मेरी सोच हैं कि रायगढ़ जिले में भी लोग इस खेल के बारे में जाने और इसमें अधिक से अधिक संख्या में जुड़े जिससे आने वाली पीढ़ी इससे प्रभावित होकर मैराथन दौड का हिस्सा बनें।इन दोनों युवा शक्ति के लिए जिले के वो खिलाड़ी भी अनजान हैं जो इनकी तरह बड़ी दौड़ प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए लगातार बड़ी तैयारी करते हैं लेकिन सफलता नही मिलती।बहरहाल देखना ये है कि अबतक लगातार जीत का परचम लहराने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य सरकार का नाम रौशन करने वाले इन युवाओं को आगे लाने के लिए सरकार क्या पहल करती है।

Related Posts