रायगढ़ । धरमजयगढ़ पुलिस ने कल लंबे समय से फरार धोखाधड़ी के आरोपी खेमसाय सारथी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। आरोपी अपने तीन छोटे भाईयों के साथ धोखाधड़ी कर जमीन मुआवजा में मिले 13 लाख रूपये बैंक में फर्जी सहमति पत्र पेश कर निकाल लिया और सारे रूपये खर्च कर लौटाने से इंकार कर किया था।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार आवेदक मोतीराम सारथी पिता स्व. बुधराम सारथी उम्र 48 वर्ष सा. चारमार थाना करतला जिला कोरबा हाल मुकाम ग्राम कुचैना थाना कुसमुण्डा जिला कोरबा के द्वारा धोखाधड़ी के संबंध में आवेदन दिया गया जिसके अनुसार खेमसाय सारथी, हीराराम सारथी, गंगाराम सारथी,मोतीराम सारथी निवासी ग्राम धसकामुड़ा, थाना- छाल , तहसील- धरमजयगढ़, जिला – रायगढ़ के निवासी है। इनके पैतृक गांव के सामिलाती भूमि ग्राम धसकामुडा प.ह.न. 46 खसरा न. 488ध्3 रकबा 0.405 हेक्टेयर को रेल्वे द्वारा अधिग्रहण किया गया जिसका मुआवजा राशि कुल 13,27,000 रूपये मिला था जिसे इसका बडा भाई खेमसाय सारथी चोरी छिपे आईसीआईसीआई बैंक शाखा धरमजयगढ़ में खाता खुलवाकर सम्पूर्ण रकम अपने खाते में डालकर फर्जी सहमति पत्र नोटरी से तैयार कराकर रकम आहरण कर लिया।
आवेदक एवं अन्य भाईयों के द्वारा आपसी मुआवजा का बटवारा करने कहने पर किसी को पैसा नहीं देने भोला शिकायती आवेदन पत्र पर 27 मार्च को आरोपी खेमसाय सारथी के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी लंबे समय से अपने जान परिचित के यहां शरण लिया हुआ था, जिसकी सूचना देने थाना प्रभारी धर्मजयगढ़ अपने मुखबिर तैनात कर रखे थे, कल मुखबिर सूचना पर आरोपी को हिरासत में लिया गया।
आरोपी पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर मुआवजा में प्राप्त रकम को खर्च कर देना बताया है जिसे कल गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया , जहां से उसे जेल वारंट पर जेल दाखिल किया गया है। आरोपी की पतासाजी, गिरफ्तारी की कार्यवाही में थाना प्रभारी धरमजयगढ़ उपनिरीक्षक नंदलाल पैंकरा, प्रधान आरक्षक प्रकाश तिवारी की प्रमुख भूमिका रही है।