रायगढ़. रायगढ़ शहर में इन दिनों तेजी से चाहे निजी भूमि हो चाहे सरकारी वहां अवैध प्लाटिंग काटकर उन्हें बेचने का कारोबार तेजी से पांव पसार चुका है। इतना ही नही अवैध प्लाटिंग के साथ-साथ बेजा कब्जा में भी चार गुना तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बावजूद इसके न तो जिला प्रशासन इसको रोक पा रहा है और न ही नगर निगम प्रशासन कोई हस्तक्षेप कर पा रहा है। इस गोरखधंधे में वे लोग मालामाल हो रहे हैं जो रोजाना शहर के चारो तरफ अवैध प्लाटिंग काटकर मोटी रकम कमा रहे हैं। सबसे बड़ी चैकाने वाली बात यह है कि रोजाना रजिस्ट्री के नाम पर भी ऐसे कारनामों पर सरकारी ठप्पा लग जाता है जबकि सही जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिये लोगों को पसीने छूटते हैं।
अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ के स्टेडियम के पीछे ओम हाईट्स के पीछे नगर निगम की नाक के नीचे रोजाना अवैध प्लाटिंग जारी है और यहां जमीन बेचने वाले ने बिना कोई सरकारी अनुमती लिये अपने अनुमान के हिसाब से न केवल जमीनें बेच दी बल्कि प्लाट काटकर उनमें निर्माण कार्य को भी गति दे दी है। शहर के बीचो बीच चल रहे इस अवैध प्लाटिंग के बारे में नगर निगम के आयुक्त को फोन करने के बाद भी न तो फोन उठाया गया। इसके बाद रायगढ़ एसडीएम को भी जब इसकी जानकारी दी गई तो उन्होंने फोन उठाकर यह कहा कि वे ग्रामीण इलाके को देखते हैं शहरी इलाके में होनें वाले अवैध प्लाटिंग व अवैध कब्जे के लिये नगर निगम प्रशासन से संपर्क करें।
दोनों अधिकारियों की इस पहल से यह बात साफ हो जाती है कि शहर में इस प्रकार के अवैध कारोबार को करने वालों के हौसलें और कैसे बुलंद हो रहे हैं यह इसका उदाहरण है। हम आपको बता दें कि अवैध प्लाटिंग का यह धंधा शहर के गजमार पहाड़ी के पास से लेकर जिंदल उद्योग से लगे गांव तक पहुंच चुका है। जहां लाखों रूपये में सरकारी जमीनांे के सौदे हो जाते हैं और निजी जमीनों में तो यह सौदा चार गुना बढ़ जाता है। जहां बिना कोई सरकारी हस्तक्षेप के उन्हें भू-माफिया अपने खुद के द्वारा बनाया गया नक्शे के हिसाब से भूमि दे दी जाती है और उस पर निर्माण कार्य भी बड़े आराम से हो जाता है। अगर ऐसा ही कोई व्यक्ति निगम क्षेत्र में खुद की जमीन पर करे तो उसके उपर नगर निगम की टीम धावा बोल देती है।
साथ ही साथ उस पर कई ऐसे टैक्स लाद दिये जाते हैं जिसके चलते वह मकान बनाने से भी डर जाता है। जिला प्रशासन व निगम प्रशासन को ऐसे अवैध प्लाट बेचने व खरीदने तथा उन पर अवैध निर्माण के मामले में जानकारी न हो ऐसा हो नही सकता। लेकिन भू-माफिया बकायदा बड़े अधिकारियों को चैलेंज देते हुए ऐसे काम लगातार दे रहे हैं।
रायगढ़ शहर के ओम हाईट्स से लगे बड़े प्लाट पर दिन व रात अवैध प्लाटिंग का कारोबार लगातार जारी रहना इस बात का संकेत है कि ऐसे अवैध कारोबारों पर बड़े पैमाने पर मिलीभगत होनें से ही यह कारोबार रूकने की बजाए और बढ़ रहा है। बहरहाल देखना यह है कि जिले की तेज तर्रार कलेक्टर रानू साहू ऐसे गंभीर मामलों पर क्या पहल करती हैं।
