युवा मतदाता तय करेंगे 2023 का भविष्य , भाजपा व कांग्रेस युवाओं को साधने रणनीति बनाने में जुटी

by Kakajee News

2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में युवाओं को साधने की कोशिश सभी पार्टी कर रही । प्रदेश की प्रमुख दोनों पार्टी भाजपा और कांग्रेस युवाओं को साधने के लिए रणनीति तैयार कर रहीं है । चुकी प्रदेश में युवा वोटरों की संख्या अधिक है ,ऐसे में सत्ता में काबिज होने के लिए युवाओं को साधना जरूरी। दोनों पार्टियों की स्ट्रैटजी देखकर समझ आ रहा है कि इस बार युवाओ पर ज्यादा फॉक्स रहेगी | हालांकि दोनों की कोशिश के बीच फैसला युवा करेंगे |

गौरतलब है आकाश शर्मा केयुवा कांग्रेस का कमान सम्भालने के बाद लगाकर कांग्रेस बड़े बड़े आयोजन कर रही है, फिर चाहे कांग्रेस के युवा ब्रिगेड के सर्वे सर्वा BV श्रीनिवास का कार्यक्रम हो या राहुल गांधी की पदयात्रा को छत्तीसगढ़ में प्रचारित करना, उद्देश्य अर्जुन की भाति सिर्फ़ एक कैसे २३ में कांग्रेस को पुनः सत्ता में लाया जाए | साथ ही युवाओ को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है | इस प्रशिक्षण शिविर का नाम “युवा क्रांति बुनियाद” रखने का उद्देश भी यही नज़र आता है । प्रशिक्षण शिविर में युवा कांग्रेस के सभी निर्वाचित प्रदेश पदाधिकारी जिलाध्यक्ष एवं विधानसभा अध्यक्ष शामिल होंगे इसमें 3 दिन तक विभिन्न तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय के नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस पार्टी शामिल होंगे। जिसमें ये युवा 2023 की कमान सम्भाले आगे बढ़ेंगे।

वही भाजपा अभी कुछ दिनों में एक्टिव जरूर ही गई | लेकिन भाजयुमो की कमान संभालने वाले नए प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत ने अभी तक न कार्यकरणी बना पाई है और ना ही कोई बड़ा प्रदर्शन राज्य सरकार के खिलाफ कर पाई है | जबकि किसी भी राजनीतिक दल की सड़क की लड़ाई युवा पीढ़ी और युवा नेताओं के ब्रिगेड के बिना अधूरी मानी जाती है | बीजेपी के जो युवा नेता सत्ता के समय सक्रिय नजर आते थे, वो सत्ता के जाने के बाद कम से कम सरकार के खिलाफ सड़क पर लड़ाई में तो नजर नहीं आ रहे हैं | इनमें पूर्व सांसद अभिषेक सिंह हों या विजय शर्मा हों, कमलचंद भंजदेव, पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी के साथ हीं और भी कई नाम शामिल हैं |

चाहे नेता माने या न माने पर एक बात तो साफ़ है, की युवा एक ऐसा माध्यम है जिसके सहारे सड़क की लड़ाई आसानी से लड़ी जा सकती है | यही युवा कांग्रेस 15 सालों से सत्ताहीन होते हुए भी सय्यम रख ख़ुद को मज़बूत करने का प्रयास करती रही और आज सत्ता पाने के बाद भी लगी हुई है | अगर भाजपा को एक बार फिर से सत्ता में काबिज होना है तो भाजपा युवा ब्रिगेड कोजमीन स्तर पर मेहनत करने की जरूरत है |

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