छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाली मार्मिक घटना सामने आई है। जिसमें दुकानदार को दूध का पैसा देने में लेट होने से दुकानदार सहित तीन लोगों ने दूध लेने वाले परिवार वालों की लाठी डंडे से पिटाई कर दी। इस पिटाई के दौरान बीच बचाव कर रही घर की 20 वर्षीय बेटी को भी चोट आने के चलते उसके गर्भ में पल रहे सात माह के बच्चे की मौत हो गई।
पीड़ित परिवार अपने साथ हुई इस घटना को लेकर सीतापुर थाने में पहुंचकर मामला दर्ज करवाया है। लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तार नही हुई है। पुलिस के पास पहुंची पीड़ित महिला अपने मृत शिशु के शव को लेकर थाने पहुंची थी। यह घटना सरगुजा जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम बरबहलापारा की है।
इस घटना के संबंध मंे यह बताया गया है कि पीड़ित परिवार गांव के ही रहने वाले नारायण यादव द्वारा तीन महीनो से दूध ले रहे थे. दूध का हिसाब लगभग दो हजार हो गया था. दूध का पैसा नहीं मिलने से नाराज नारायण यादव ने गुरुवार दोपहर रुपए मांगने पहुंचा. वही पीड़ित पक्ष ने रुपए बाद में देने को कहा, जिसपर विवाद होने लगा और विवाद इतना बढ़ गया कि अपने साथियों को बुलाकर घर में घुस पूरे परिवार को लाठी-डंडों से जमकर मारपीट की गई.
मारपीट के दौरान बीच-बचाव करने पहुंची गर्भवती महिला को इतना पीटा की युवती का गर्भपात हो गया. वही देर शाम पीड़ित पक्ष का पूरा परिवार शिकायत दर्ज कराने सीतापुर थाने पहुंचा. वही पीड़ित परिवार की शिकायत पर सीतापुर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।