पहले प्रेमिका और फिर पत्नी बनी सती साहू की उसी के पति ने पहले गला घोट कर उसकी जान ले ली। फिर बाद में टाइल्स काटने की मशीन से उसके शरीर के अलग-अलग 6 टुकड़े कर दिए। शातिर अपराधी ने लाश से बदबू आने पर अपराध के खुलासा हो जाने के डर से शरीर के अलग-अलग टुकड़ों को एयरटाइट पॉलिथीन में ऐसे पैक किया कि किसी को उसकी भनक तक न लग सके। यह सब करने के बाद आरोपी पति ने बड़े इत्मीनान से पहले नकली नोट छापने की ट्रेनिंग ली और फिर घर में ही नकली नोट छापने लगा। इसी दौरान पुलिस को इसकी भनक लग गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने जब आरोपी को कब्जे में लेकर घर की तलाशी शुरू की तो उन्हे पानी की टंकी में रखी कटी फटी एक लाश मिली। पूछे जाने पर इस सनकी हत्यारे ने बड़े ही इत्मीनान से बताया कि, वह उसकी पत्नी सती साहू है जिसे 2 महीने पहले ही उसने मारकर टंकी में डाल रखा है।
पुलिस के आला अधिकारियों को इस अपराध के बारे में बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था। लिहाजा उन्होंने तपाक से उससे हत्या की वजह पूछ ली। ऐसे में आरोपी हत्यारा पति पवन सिंह ठाकुर ने इसका जवाब भी बड़े ही शांति से दिया और बताया कि, उसकी पत्नी का किसी गैर मर्द के साथ शारीरिक संबंध था और वह लगातार उसके संपर्क में रहती थी। इसी वजह से उसने उसे मौत के घाट उतार दिया है। बाद में अपने दोनों बच्चों को उसकी नानी के घर छोड़ आया और पूछे जाने पर बताया कि, उसकी पत्नी किसी अन्य व्यक्ति के साथ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के उसलापुर क्षेत्र में एक हत्यारे पति ने 6 जनवरी को पकड़े जाने के बाद ऐसे मामले का खुलासा किया जिसने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए। कभी जिस लड़की से प्रेम किया करता था शादी करने के बाद उसी की निर्मम तरीके से हत्या कर दी और लाश को ठिकाने लगाने के लिए प्रोफेशनल किलर की तरह संसाधनों का इस्तेमाल किया।
पत्नी के डेड बॉडी को काटने के लिए टाइल्स काटने की मशीन का इस्तेमाल किया। बाद में लाश से बदबू ना आए इसके लिए उसे एयरटाइट पॉलीथिन में पैक कर, डक्ट टैप की मदद से सील पैक कर दिया। इतना ही नहीं पत्नी के अलग-अलग 6 टुकड़े करने के बाद उसे पॉलिथीन में पैक कर पानी की टंकी के भीतर रखा। और 2 महीने तक उसी लाश के साथ घर में बड़े इत्मीनान से रहता रहा। इस पूरे मामले में बिलासपुर के एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि, आरोपी हत्यारे पति को अपनी पत्नी के चरित्र पर शंका थी और इसी वजह से उसने इस हत्या की घटना को अंजाम दिया था। हत्या तो उसने 2 महीने पहले ही कर दी थी, लेकिन इन दिनों पुलिस को उसकी तलाश नकली नोट छापने और उसे आसपास के क्षेत्र में इस्तेमाल करने को लेकर थी। इसी मामले को लेकर पुलिस दबिश देने उसके मकान पर पहुंची थी। जहां अन्य सबूतों और नकली नोटों की खोजबीन करते वक्त अचानक उन्हें पानी की टंकी में एक लाश मिली। इसके संबंध में पूछताछ किए जाने पर उसने उस लाश को अपनी पत्नी सती साहू का होना बताया।
लाश को अलग-अलग जगह फेंकने की थी प्लानिंग…!
पवन सिंह लाश के टुकड़ों को अलग-अलग कर वह फेंकने की फिराक में था। लेकिन, इसके लिए उसे सही समय नहीं मिला। आरोपी जिस घर में रहता था, वहां कुछ काम चल रहा था, जिसके कारण उसे शव को ठिकाने लगाने का मौका नहीं मिला। तभी पुलिस ने उसे नकली नोट के केस में दबोच लिया और उसके घर में दबिश दे दी। इसके चलते उसकी प्लानिंग धरी की धरी रह गई।
15 दिन पहले मिलने गया था बहन का बेटा..!
सती के जीजा राजकुमार साहू ने बताया कि, वह दिसंबर में जन्मदिन मनाने के लिए आई थी। उस समय वह काफी परेशान थी। सती ने बताया था कि उसका पति बहुत मारपीट करता है, वह उसे मार डालेगा। वह अपने बच्चों के नाम से पवन के पास रहती थी। सती ने अपने पवन के खिलाफ पुलिस से शिकायत भी की थी। तब उनके बीच समझौता भी हुआ था। करीब 15 दिन पहले राजकुमार साहू का बेटा पुसार साहू अपनी मौसी सती से मिलने उसलापुर गया था। तब उसके मौसा ने बताया कि बच्चे घर पर हैं और सती किसी लड़के के साथ भाग गई है। पुसार अपने भाइयों से मिलना चाहता था। मौसी के बारे में पूछने पर उसने कहा कि वह अपने मन से गई है और खुद से वापस आ जाएगी।
बहन और परिजन बोले- आए दिन मारपीट करता था पति।
सती साहू की बहन सीता साहू सहित अन्य परिजनों ने बताया कि पवन सिंह उसके साथ आए दिन मारपीट करता था। वह सती को उसकी बहन के यहां जाने से मना करता था। कभी वह अपनी बहन से मिलने जाती, तो उसे प्रताड़ित करता था। इसके चलते पिछले कुछ महीनों से वह घर नहीं आ रही थी। सती का फोन नहीं आने पर उन्हें शक हो गया था। लेकिन, पवन ने उसके भागने की अफवाह फैला दी थी।
नकली नोट छापने के लिए ऑनलाइन मंगाता था पेपर…
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राजेंद्र जयसवाल से मिली जानकारी के अनुसार जब पुलिस ने इस संबंध में आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि नकली नोट छापने के लिए वह विशेष पेपर का इस्तेमाल किया करता था। पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी पवन के पास से पांच सौ के तीन और दो सौ रुपए के सात नकली नोट और कुछ असली नोट बरामद किया है। नकली नोट बनाने के लिए वह स्पेशल पेपर का उपयोग करता था, जिसे वह ऑनलाइन मंगाता था। वह फोटोग्राफी और सीसी कैमरे का काम करता है। इस वजह से उसे पेपर का अच्छा अंदाजा था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह पेपर बैगलोर से मंगाता था।
पत्नी की निर्मम हत्या करने वाले इस शातिर अपराधी ने नकली नोट छापने के लिए भी ट्रेनिंग ली थी।
पुलिस महकमे के आला अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस शातिर अपराधी जिसने बड़े ही निर्मम तरीके से अपनी पत्नी की हत्या की घटना को अंजाम दिया था। नकली नोट छापने में भी इसका परफेक्शन कुछ कम नहीं था। जिस तरह से इसने पत्नी की हत्या कर उसकी लाश के टुकड़े कर बड़े ही साइंटिफिक ढंग से उसे डिस्पोज और डीकंपोज करने के लिए प्लानिंग कर रखी थी। ठीक वैसे ही वह नकली नोट छापने के लिए भी कुछ लोगों से मिला और उनसे बकायदा इसकी ट्रेनिंग भी ली। नोट छाप कर यूं ही बाजार में उसका इस्तेमाल नहीं किया। आरोपी पवन सिंह ठाकुर ने नकली नोट छापने संबंधित सभी जानकारी पहले इंटरनेट से प्राप्त की, फिर जिन दो लोगों के संपर्क में आया था उनसे इसकी ट्रेनिंग भी ली। नोट छापने, चलाने और उसे आसानी से असली नोटों के बीच कैसे इस्तेमाल करें इस बारे में पूरी स्टडी करने के बाद उसने धीरे-धीरे नकली नोट छापने का काम शुरू किया था।
नकली नोट छापने के लिए ट्रेनिंग देने वाले दो फरार आरोपी पुलिस के रडार से अब भी बाहर..!?
ट्रेनिंग देने वाले दो आरोपी फरार, तलाश में जुटी पुलिस
एसपी संतोष सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच और आरोपी पवन से पूछताछ में पता चला है कि उसे नकली नोट बनाने के लिए जांजगीर और रायगढ़ के युवक ने ट्रेनिंग दी थी। पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए उनके ठिकानों में दबिश दी। लेकिन, दोनों युवक फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। उम्मीद जताई जा रही कि उनके पकड़े जाने के बाद बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है।