विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टी संगठन को मजबूत करने की कवायद में जुट गई है | हाल ही में हमने देखा कि भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर तक बदलाव किया था | अब इसी राह पर कांग्रेस चलने जा रही है | दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे से मुलाकात कर संगठन में फेरबदल का प्रस्ताव रखा है | अब क्या मुख्यमंत्री के इस प्रस्ताव से संगठन में होगी बदलाव ,और अगर बदलाव होती है तो किसे मिलेगी कांग्रेस की जिम्मेदारी | क्योकि इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव है | समय काफी कम है ऐसे में नए नेतृत्व के लिए संगठन को मजबूत करना बड़ी चुनौती होगी |
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री के खड़गे से मुलकात के बाद कयास लगाया जा रहा है कि संगठन विस्तार और बदलाव किए जा सकते हैं । आने वाले दिनों में किस तरह से संगठन का विस्तार होगा उसको लेकर योजना बनाई जा रही है । बतादें कि छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का कार्यकाल भी जल्द समाप्त होना है । इसके साथ ही संगठन के कई बड़े पद भी खाली होने वाले है । जिसमें कई नए लोगों को मौका मिलने की उम्मीद जताई जा रही । बतादें की वर्तमान पीसीसीचीफ और सीएम के बीच कई बार मनमुटाव की खबर सामने आई है | चाहे कांग्रेस भवन में हुई बैठक हो या कांग्रेस का अधिवेशन खुलकर मनमुटाव देखा गया है |
हाल ही में राष्ट्रीय महाधिवेशन में कांग्रेस के संविधान में कई तरह के बदलाव किए गए । ऐसे में चर्चा है कि अब उन्हीं बदलाव के अनुरूप प्रदेश में भी संगठन का विस्तार किया जाएगा । नए नियम के तहत 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण 50 वर्ष से कम के लोगों को संगठन में मौका मिलना, एसटी-एससी, ओबीसी के लिए आरक्षण इस तरह के कई नए नियमों के साथ संगठन का विस्तार किया जा सकता है ।आखिर बदलाव होगा तो कीन्हे मिलेगी जिम्मेदारी |
बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर आदिवासी नेता अमरजीत भगत का नाम सबसे ऊपर है | इसके आलावा सीएम काफी करीबी माने जाने वाले सांसद दीपक बैज समेत आधा दर्जन नाम सामने आ रहे है | मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात पर कहा सीडब्ल्यूसी का रायपुर में चुनाव होना था लेकिन चुनाव नहीं हुआ ,अब इसके गठन का अधिकार अध्यक्ष के पास है | निकट भविष्य में सीडब्ल्यूसी मेंबर के सिलेक्शन होने है इसे लेकर भी चर्चा मैंने अध्यक्ष से की है |
इधर कांग्रेस के संगठन में बदलाव के संकेत पर भाजपा कह रही है कि कहां आपस में झगड़ा चल रहा है | कुर्सी को लेकर आपस में प्रतिद्वंदी चल रही है | फिर से अपने चहेतो को नेतृत्व देने की कवायद चल रही है | उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता आपस में लड़ रहे हैं जनता की कोई चिंता नहीं है |
गौरतलब है कि साल के अंतिम में विधानसभा चुनाव होने हैं । कांग्रेस पार्टी लगातार संगठन विस्तार को लेकर बैठकें कर रही है । माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले संगठन में कई तरह के बदलाव किए जा सकते हैं । लेकिन इस बदलाव का फायदा कांग्रेस को कितना मिलेगा क्योकि महज 6 माह का समय विधानसभा चुनाव में बांकी है | अब यह तो समय ही बताएगा कि बदलाव का कांग्रेस को नुकसान होगा या फायदा |