बलरामपुर। छत्तीसगढ के सरगुजा संभाग के बलरामपुर ज़िले में दर्जन भर हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाया है।गौरतलब है कि अभी महुआ का पकना शुरू है और हाथियों को इसकी खुश्बू और महुए की महक महुए की शराब के लालच में गांव के घरों तक खींच लाती है।लगातार छत्तीसगढ के कई ज़िलों में हाथियों का आतंक जारी है।कल रात झोपड़ी तोड़ हाथी अनाज भी खाए हैं।
वाड्रफनगर बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोटराही के बसरिया पारा में लगभग 35 हाथियों का दल आ धमका और जंगल किनारे बने हुए बरातू पिता बलदेव पंडो के झोपड़ी को गिरा दिया। और घर में रखे हुए महुआ सहित अन्य खाने के सामानों को भी हाथियों के दल ने पूरा खाकर चट कर दिया।
सूचना पर वाड्रफनगर वन विभाग की टीम पहुंची और मौका मुआयना किया गया वही क्षेत्र में वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है और हाथियों से दूर रहने की अपील भी किया जा रहा है। हाथियों के मौजूदगी से वन विभाग मुस्तैद है जंगल किनारे लोगों को रात में सतर्क किया जा रहा है। दरअसल जिस झोपड़ी को हाथियों ने निशाना बनाया था उसे पहले ही वन विभाग के द्वारा जंगल से लगे होने की वजह से खाली करा दिया गया था ताकि किसी भी तरह की जनहानि ना हो। हाथियों के आगमन से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है लोगों को रात होते ही भय बना रहता है कि हाथी कहीं से आ ना धमके।
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी उत्तम मिश्रा ने बताया कि वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है और हाथियों की सतत निगरानी में लगी हुई है। जंगल किनारे लोगों से बार-बार अपील की जा रही है कि हाथियों से दूर रहें और हाथियों की झुंड दिखने पर तत्काल सूचना दें। वहीं हाथियों द्वारा किए गए नुकसान का स्थल निरीक्षण करते हुए प्रकरण तैयार किया जा रहा है।वहीं हाथियों के नजदीक न जाने की चेतावनी भी ग्रामीणों को वन विभाग दे रहा है।जिससे कोई जनहानि न हो।
