जापानमें एक साल पहले भय का माहौल पैदा हुआ जब ये जानकारी मिली की एक अशुभ पत्थर अलग-अलग हिस्सों में टूट गया है.
इस वजह से पत्थर में कैद ‘खूंखार प्रेत’ आजाद हो गया है और वो जल्द ही दोबारा दुनिया में एंट्री लेगा. जापान में इस पत्थर को ‘किलिंग स्टोन’ के नाम से नाम से जाना जाता है. कहा जाता है कि इस पत्थर को छूने से व्यक्ति की मौत हो जाती है. आइए आपको बताते हैं कि इसके पीछे की पूरी कहानी क्या है? डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक जापान की पुरानी कहावत में इस बात का दावा किया गया है कि 18वीं शताब्दी में स्थानीय लोग बुराई को काबू करने में सक्षम थे. इसी शक्ति के दम पर उन्होंने टैमोमो-नो-मै नाम के दानव को कैद करके उसे देश के प्रकोप से बचाया. हालांकि द मिरर के मुताबिक, लोगों को अभी भी सलाह दी जाती है कि इस पत्थर को छूने से बचें. ऐसा माना जाता है कि जो भी इस चट्टान पर अपनी उंगली रखता है, उसकी मौत हो जाती है. आधिकारिक तौर पर इस चट्टान को सेशो-सेकी नाम से जाना जाता है.
जापान में कहां हैं किलिंग स्टोन की चट्टान
सेशो-सेकी नाम की चट्टान, जिसे किलिंग स्टोन भी कहा जाता है, ये जापान की राजधानी टोक्यों के पास तोचिगी के पहाड़ों में हैं. पर्यटकों के बीच ये चट्टान आकर्षण का केंद्र है. हाालंकि मार्च 2022 के बाद लोगों ने इस चट्टान पर आना बंद कर दिया है. दरअसल एक साल पहले मार्च में आई बारिश ने इस चट्टान को दो लगभग बराबर विभाजित कर दिया. इसके बाद इतिहास जानने के बाद लोगों ने यहां आना बंद कर दिया.
टैमोमो-नो-मै नाम का दानव हुआ था कैद
पुरानी कहावतों में भले ही ये मान्यता है कि इस चट्टान में दानव कैद हुआ था. लेकिन लोक कलाकार मैथ्यू मेयर इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं. मैथ्यू मेयर जापानी भूत और राक्षसों के डेटाबेस रखने वाली yokai.com वेबसाइट चलाते हैं. उनका दावा है कि टैमोमो-नो-मै कभी भी पत्थर में नहीं फंसा होगा. एक्सपर्ट ने हाउसस्टफवर्कस से कहा कि वो इस बात से निराश हैं कि कैसे पश्चिमी मीडिया साइट ने तथ्यों की गलत जानकारी दी और अंधविश्वास के पीछे की वास्तविक कहानी को ट्विटर से बाहर जाकर नहीं देखा. टैमोमो-नो-मै कभी दानव नहीं थी वो खुद एक चट्टान थी.
जापानी सम्राट को मारने में विफल रही टैमोमो-नो-मै
मिथक में कहा गया है कि जापानी सम्राट टोबा की हत्या करने के लिए टैमोमो-नो-मै ने एक खूबसूरत महिला का भेष धारण किया. हालांकि मेयर का दावा है कि उसकी पहचान एक नौ पूंछ वाली एक शक्तिशाली लोमड़ी की थी, जो चीजों को अपने हिसाब से बदलने में माहिर थी. लेकिन जब तमामो-नो-माई जापान के सम्राट को मारने में विफल रही तो वो इस एशियाई देश को गृहयुद्ध में धकेलने में सफल रही. स्थानीय लोगों का अभी भी मानना है कि उसकी मौत के बाद से वो दानव 1000 सालों से चट्टान में रह रही थी.