घर में अंतरंग थे 35 साल की महिला और 17 साल का प्रेमी… मासूम ने देखा तो मार डाला; बच्ची ने कही थी ये बात

by Kakajee News

जिले की कोतवाली सिकंदराराऊ क्षेत्र के मऊ चिरायल में अनव्या उर्फ उर्वी छह वर्ष की हत्या में पुलिस ने एक महिला और बाल अपचारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि बालिका ने उस महिला और उसके नाबालिग प्रेमी को आपत्ति जनक स्थिति में देख लिया था, जिसके चलते उसकी अंगोछे से गला दबाकर हत्या की गई थी।
अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने 35 वर्षीय महिला से की गई पूछताछ के हवाले से बताया कि उसके गांव के ही एक नाबालिग (17) से पिछले तीन माह से प्रेम संबंध थे। तीन सितंबर को उसके पति और सास मथुरा गए थे, ससुर गांव में घूमने निकल गए।
इस दौरान महिला ने अपने नाबालिग प्रेमी को मिलने के लिए घर पर बुला लिया। बालिका ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। महिला ने बच्ची को डांटा तो पापा को बताने के लिए कहने लगी। वह घर जाने लगी तो उसे दबोच लिया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
घर से 25 मीटर दूर कुएं में फेंका शव
धान के खाली बोरे में बच्ची का शव बंद कर बांध दिया और मौका देखकर घर से करीब 25 मीटर दूर कुएं में फेंक दिया। गांव में मृतका के घर की तरफ घनी आबादी होने के कारण नहीं जाया जा सकता है।

तीन सितंबर को बालिका का शव कुएं में मिला था। घटना के संबंध में पिता ने अपने बड़े भाई की पत्नी पर हत्या करने का संदेह व्यक्त करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में घटना में उनकी कोई भूमिका नहीं पाई गई।

खुद को बचाने के लिए बच्ची ने आरोपी महिला के हाथ में भी काटा
पूछताछ में यह भी सामने आया कि खुद की जान खतरे में देखते हुए अनव्या ने महिला आरोपी के हाथ में काट लिया था। इतनी जोर से काटा था, उसके निशान महिला आरोपी के हाथ में मौजूद हैं। पुलिस ने इस निशान को भी देखा कर घटना की तस्दीक की है।
बुधवार को मासूम की हत्या
हाथरस के सिकंदराराऊ के मऊ चिरायल गांव में निवासी श्रीकृष्ण को छह माह पहले चार बेटियों के बाद बेटे का जन्म हुआ, बेटे की मन्नत पूरी होने मंगलवार रात को जाहरवीर गोगा की जोत का कार्यक्रम रखा गया। परिवार में हंसी खुशी का माहौल था, बुधवार सुबह बेटी की हत्या हो गई। शव मिलने के बाद बिलखते परिजन एक ही सवाल कर रहे थे कि उनकी मासूम बच्ची ने किसी का क्या बिगाड़ा था। 24 घंटे पहले तक जो घर धार्मिक कार्यक्रम की खुशियों से चहक रहा था, वहां रोने-बिलखने की आवाज सुनाई देने लगी।

श्रीकृष्ण के चार बेटियां थीं। बड़ी बेटी अर्चना (12), नंदिनी (9), मनु (10) के अलावा छोटी बेटी अनव्या उर्फ उर्वी (6) थी। करीब छह महीने पहले उनके घर में बेटे तासिप का जन्म हुआ, जिससे यह परिवार काफी खुश था। इसी खुशी में श्रीकृष्ण ने मंगलवार को घर में जाहरवीर बाबा की ज्योति का आयोजन किया था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रिश्तेदार और नातेदार जुटे थे। पूरी रात सभी लोग इस कार्यक्रम में व्यस्त रहे। बुधवार की सुबह करीब नौ बजे तक अनव्या भी घर में दूसरे बच्चों के साथ खेल रही थी।
श्रीकृष्ण रिश्तेदारों को विदा करने लगे, तभी अचानक घर वालों को वहां अनव्या नहीं दिखी। आनन-फानन उसकी खोजबीन शुरू की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला, जिससे परिजनों के साथ रिश्तेदार भी चिंतित हो गए। दोपहर करीब एक बजे श्रीकृष्ण को सूचना मिली कि कुएं में बोरी में बंद लाश पड़ी है।
घटना की सूचना पर पहुंचे अधिकारी
घटना की सूचना पर एसपी चिरंजीवनाथ सिन्हा, अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी जैनेंद्र कुमार अस्थाना मौके पर पहुंच गए और आसपास के लोगों से पूछताछ की। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य इकट्ठा किए। एसओजी टीम ने भी पहुंचकर छानबीन की।

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