प्रार्थी अशोक शर्मा ने थाना खमतराई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह उरकुरा हर्षित विहार कालोनी में रहता है तथा ट्रांसपोर्ट नगर रावांभाठा स्थित जय दुर्गा एक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट फर्म का संचालक है। प्रार्थी को दिनांक 15.02.2021 को अज्ञात मोबाईल नंबर 8881535061, 8960080932, 9984146905, 7302610853, 8429939768, 9990793483, 9990187609 के धारक द्वारा उसके मोबाईल फोन पर सम्पर्क कर 15 लाख रूपये लोन देने का आश्वासन दिया जिस हेतु प्रार्थी से उसका आधार कार्ड, पेन कार्ड एवं फोटो व्हॉटसएप में भेजने हेतु कहा साथ ही मोबाईल नम्बर के अज्ञात धारक द्वारा लोन प्राप्त करने हेतु 10 अलग- अलग बैंकों के खाते दिये गये एवं उसमें रकम डालने को कहा।
प्रार्थी द्वारा अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग किश्तों में कुल 15 लाख रूपये मोबाईल नम्बर के अज्ञात धारक द्वारा बताये बैंक खातों में डाले गये, जिसके बाद अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा प्रार्थी को व्हॉटसएप में 25 लाख एवं 42 लाख रूपये के डिमाण्ड ड्राफ्ट के फोटो भेजकर लोन स्वीकृत हो गया है प्राप्त करने हेतु और रकम डालने को कहा जिस पर प्रार्थी को धोखाधड़ी का संदेह होने पर प्रार्थी द्वारा रकम नही डाला गया। इस प्रकार अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा प्रार्थि को लोन दिलाने का झांसा देकर उससे 15 लाख रूपये की ठगी किया गया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना खमतराई में धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
लाखों रूपये ठगी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला श्री अविनाश मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री दिनेश सिन्हा, थाना प्रभारी खमतराई तथा प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना खमतराई पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। प्रार्थी के पास जिन मोबाईल नम्बरों से सम्पर्क किया गया था उन मोबाईल नम्बरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ-साथ प्रार्थी द्वारा जिन बैंक खाताओं में रकम स्थानांतरण किये गये थे उन खाताओं के संबंध में संबंधित बैंक से दस्तावेज एवं जानकारी एकत्र किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा मोबाईल नम्बर एवं बैंक से प्राप्त दस्तावेजों का लगातार विश्लेषण करते हुए अज्ञात आरोपियों को लोकेट करने के प्रयास किये जा रहे थे।
इसी दौरान टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त 01 आरोपी की पहचान दिल्ली निवासी अंशुल के रूप में करने के साथ ही अंशूल को दिल्ली के पालमगांव में लोकेेट किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना खमतराई पुलिस की 05 सदस्यीय टीम को दिल्ली रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा पालमगांव दिल्ली पहुंच कर लगातार कैम्प कर पतासाजी करते हुए अंशुल को राजनगर पार्ट 02 पालम से पकड़ा गया। घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर अंशुल द्वारा अपने अन्य साथी नीरज सिंह उर्फ नीर सिंह, विकास कुमार एवं बंटी कश्यप के साथ मिलकर ठगी की उक्त घटना को अंजाम देने के साथ ही देश भर के अलग-अगल राज्यों में लोगों को लोन दिलाने के नाम पर अपने झांसे में लेकर उनसे लाखो रूपये की ठगी करना बताया गया है। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त अन्य आरोपी नीरज सिंह उर्फ नीर सिंह, विकास कुमार एवं बंटी कश्यप को भी पालमगांव दिल्ली से पकड़ा गया।
सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 02 नग ए.टी.एम. कार्ड एवं 02 नग बैंक पासबुक जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई।
