मूलभूत सुविधाओं और उद्यानों की देखरेख के बजाय चेहरा चमकाने में माहिर है कांग्रेस की सरकार- अमर अग्रवाल

by Kakajee News

 

अधूरे विकास को तरसता बिलासपुर अभियान अंतर्गत पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने विवेकानद गार्डन परिसर के समीप बदतर हो रहे उद्यानों के हालात के विरोध में आज धरना दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा हरीतिमा युक्त उद्यान वाटिका सनातनी संस्कृति की परंपरा है। बढ़ते शहरीकरण के बीच जीवन यापन के सुचारू संचालन के लिए मास्टर प्लान में ग्रीन बेल्ट जरूरी है।शहर हो या गांव हर रहवासी चाहता है बिजली पानी सड़क की मूलभूत सुविधाओं के साथ हरा भरा वातावरण हो, आज की तेज दौड़ती जिंदगी में सुकून के दो पल जहां बैठ कर बिता सकें, बच्चों के मनोरंजन और शिक्षा के लिए कोई स्थल हो, शुद्ध वायु मिले।अमर अग्रवाल ने कहा नगरीय इलाके में रहने वाले लोगों के पास सबसे बड़ी समस्या जमीन और समय की कमी होती है। वाहनों कल कारखानों और मशीनों से निकलते हुए धुंए से बढ़ता प्रदूषण अनेक बीमारियों को जन्म देता है। बढ़ती आबादी ,महंगी जमीनों से और एकल परिवार के बढ़ते चलन से लोग प्रकृति से दूर होने के कारण असहज महसूस करते है। शहरों में हर व्यक्ति की मूलभूत जरूरतों के साथ हरियाली के व्यापक इंतजाम हो,इसलिए उद्यानों का निर्माण, सतत रखरखाव के बिना किसी भी शहर का मास्टर प्लान अधूरा होता है।2031 में शहरी आबादी की जरूरतों को देखते हुए 2011 में जीआईएस मैपिंग के आधार पर हमारी सरकार ने प्रदेश के अधिकांश शहरों का मास्टर प्लान तैयार कराया गया, ताकि अत्याधुनिक सेवाये समस्त शहरी निकायों को मिले।नगरीय अधोसंरचना विकास निधि से संचालित राज्य प्रवर्तित योजनाओं में उद्यानों के विकास के लिए रखरखाव संरक्षण संवर्धन के लिए पुष्प वाटिका योजना का व्यवस्थित संचालन आरंभ कराया। क्षेत्र में आवश्यकता के अनुसार व वार्षिक बजट में प्रावधान किये गए, राज्य अनुदान से निकायों को उपलब्ध कराएं।2003 में जब छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी नगरों के व्यवस्थित नियोजन के लिए अधोसंरचना मद में शहरों के विकास के लिए तालाबों के संरक्षण और संवर्धन हेतु सरोवर धरोवर योजना, उद्यानों के लिए विशेषकर पुष्प वाटिका योजना का संचालन आरंभ करवाया गया।

अमर अग्रवाल ने कहा उद्यान,वाटिका, सरोवर ये हमारी प्रकृति से जुड़ा हुआ हिस्सा है । इस शहरीकरण में अगर हरियाली नहीं रहेगी तो ये शहर क्रांकीट के जंगल बन जायेगे।
हमारी सभ्यता कई हज़ार साल पुरानी है इस कारण हमारे देश की नई कॉलोनी या नए शहर आधुनिक रूप से बन रहे है परंतु पुराने शहर ट्रैफिक व्यवस्था, मनोरंजन, पर्यावरण, की दृष्टि से चुनौती है।
आज बिलासपुर नया बनेगा तो ले आउट से बनाया जाएगा परंतु इसमें भी अवैध प्लॉटिंग से पलिता लगा रहे है।हमारे शहर का सबसे पुराना गार्डन विवेकानंद उद्यान है शहर का विस्तार हुआ तो करीब छोटे बड़े 50 उद्यान बने भाजपा शासन काल में 77 एकड़ में राजकिशोर नगर स्मृति वन का निर्माण कराया, व्यापार विहार में 4 एकड़ का उद्यान 1990 में मध्यप्रदेश के समय पटवा सरकार ने बनवाया और इसी प्रकार से हर कॉलोनी में जो जमीन थी और तालाबों को सुंदर बनाने इस शहर की जमीनों को चिन्हाकित कर गार्डन बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा सिंगापुर प्रवास में उन्होंने पाया वहां के लोग और सरकार सोचते है कि जहाँ गार्डन हो वहां शहर बसना चाहिए इसी को हमने भी फॉलो किया और गार्डन के लोगों को बसाने का प्रयास किया। इसके साथ ही उन्होंने निगम एवं राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि साढ़े चार साल में कांग्रेस सरकार ने भाजपा शासन में आबंटित ओपन जिम, बुजुर्गों के लिए बापू की कुटिया के मद का हिसाब पैसा कहा गया।
हमारी सरकार की प्राथमिकता उद्यानों की रही और कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता जमीन की तभी इन साढ़े चार वर्षों में एक नया उद्यान नहीं बना पाए ।हमारी सरकार में 27 खोली के निवासियों ने गार्डन की मांग की और हमने उन्हें बना कर दिया और वहा के नागरिक का हर साल उद्यान का स्थापना दिवस को उत्सव के रूप में मनाते है। जनता सहयोग देने को तैयार है,पर कांग्रेस के लोग काम नही करना चाहते। अगर आज हम दर्जनों उद्यान नहीं बनाते तो कांग्रेस के लोग ददुआ गैंग की तरह इन जमीनों पर अपने नाम लिखा लेते।कांग्रेस काल।मे शहर के उद्यानों को बदहाल से गुजरना पड़ रहा है और हमे पूर्ण विश्वास है कि ये सरकार हमे नया कुछ नहीं दे सकते और हमारा धरना नए कार्यो के लिए नहीं अपितु हमारी सरकार में बनाए गए उद्यानों सहित सभी विकास कार्यो को पूरा करवाने के लिए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भू माफिया जिन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है उन पर सरकार बनते ही कार्यवाही कर एक एक इंच जमीन वापिस सरकार लेगी ताकि वो जनता के काम आए।
अमर अग्रवाल ने दोहराया नागरिकों की सुविधा के लिए बनाए गए पार्कों में कही चारदीवारी टूट गई है, पार्क में कुर्सियां टूट गई हैं। गंदगी का अंबार है। इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए लगाए गए झूले टूट गए हैं। नागरिकों ने पार्क के सौन्दर्यीकरण की मांग की है,दवा ही दर्द बनते जा रही है।करोड़ो की राशि पता नही कहा उडाई जा रही है।नगर के प्रतिनिधि विभिन्न जगहों पर फोटो खिंचवाने जाते हैं मूल्यांकन करते हैं निरीक्षण करते हैं बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन धरातल पर सब गायब हैं। निगम में बजट किया जाता है मगर बजट की राशि नहीं आ पाती।टेंडर लगता है तो काम शुरू नहीं होता, काम शुरू होता है तो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।उन्होंने कहा कांग्रेस के लोगो का चेहरा चमकाने का काम सबसे बढ़िया आता है। जनता में भ्रम फैलाने का और वोट बैंक के नाम पर जनता को लुभाने और काम के लिए गए लोगों को अपनी लाचारी बताने का फार्मूला में इन्हें महारत है।

आज के धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष जयश्री चौकसे, अजित सिंह भोगल,दीपक सिंह, निखिल केसरवानी, अमित तिवारी, अमित चतुर्वेदी, शंकर दास मनिकपूरी,नितिन श्रीवास,किशन जायसवाल, करण पांडेय,जय खरे ,विनोद पांडेय,देवा यादव,राज निषाद,विकास सलूजा,शरद बाजपेयी,संतोष सिंह,दिनेश देवांगन,सत्येंद्र यादव,मनोज यादव, रीना कोरी, दीप शिखा यादव,अनुराधा राम टेके,आशा निर्मल कर,संध्या चौधरी, बीना भारद्वाज, कविता वर्मा, अर्चना मालेवार,बबीता ताम्रकार, माया पमनानी,ममता राई, श्रद्धा तिवारी, सरोज यादव, पुष्पा सारथी, कार्तिक यादव, राजेंद्र भंडारी, राजेश पांडे, किशोर शुक्ला, डाउ शुक्ला, अमित सिंह, पंकज श्रीवास्तव,मोनू रजक, साहिल कश्यप, केतन सिंह, महर्षि बाजपेयी, राहुल पमनानी, मनीष कश्यप, नितिन पटेल, सुकांत वर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं आम नागरिक उपस्थित थे।

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