तीन महीने तक रोजाना इस औषधि का सेवन ब्लड प्रेशर रोगियों के लिए रामबाण, दिखे बेहतर परिणाम

by Kakajee News

प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में कई ऐसी औषधियों का जिक्र मिलता है जो कई गंभीर रोगों के जोखिमों को कम करने में मददगार हो सकती हैं। कई औषधियों का हम सभी के घरों में मसाले के तौर पर भी प्रयोग होता आ रहा है। आयुर्वेद के अलावा मेडिकल साइंस में भी हुए अध्ययनों में इन औषधियों से होने वाले स्वास्थ्य लाभ का जिक्र मिलता है। दालचीनी ऐसी ही एक कारगर औषधि है, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

 

डायबिटीज से लेकर ब्लड प्रेशर के कंट्रोल रखने और कोशिकाओं में होने वाली क्षति को कम करने में यह औषधि कारगर हो सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर हम सभी रोजाना दालचीनी को अपने आहार का हिस्सा बना लें तो इससे मौजूदा समय में तेजी से बढ़ रही कई बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है।

आइए इसके अध्ययन आधारित फायदों के बारे में जानते हैं।

 

ब्लड प्रेशर में देखे गए हैं इसके लाभ
शोधकर्ताओं ने ब्लड प्रेशर की स्थिति में दालचीनी के सेवन को लाभकारी पाया है। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि 3 महीने तक हर दिन दालचीनी खाने से आपका सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 5 प्वाइंट तक कम हो सकता है। हालांकि यह अध्ययन सामान्य लोगों पर किया गया था। प्रीडायबिटीज और टाइप-2 डायबिटीज या फिर जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रही है, उनमें इसके क्या लाभ हो सकते हैं, इसे जानने के लिए और अधिक अध्ययनों की आवश्यकता है।

 

अध्ययन में क्या पता चला?
रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दालचीनी का उपयोग का समर्थन करने के लिए अन्य अध्ययनों में भी सबूत मिलते हैं। 582 लोगों पर किए गए अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि दालचीनी का संयमित सेवन सिस्टोलिक-डायस्टोलिक दोनों रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा 40 प्रतिभागियों के साथ किए एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि दालचीनी रक्तचाप को बढ़ने से रोकने में सहायक है जिससे हृदय रोगों के विकसित होने का खतरा कम हो जाता है।

 

डायबिटीज रोगियों में भी देखे गए बेहतर परिणाम
जिन लोगों को मधुमेह की दिक्कत होती है, उनमें हाई ब्लड प्रेशर के विकसित होने का जोखिम अधिक हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बढ़े हुए रक्त शर्करा का स्तर आपकी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगती है जिससे आपके दिल पर अतिरिक्त दबाव पैदा हो सकता है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप दोनों हृदय रोग के लिए जोखिम कारक हैं। अध्ययनों में पाया गया कि रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में भी दालचीनी प्रभावी हो सकती है। दालचीनी न सिर्फ मधुमेह को कंट्रोल करती है साथ ही इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का जोखिम भी कम हो जाता है।

 

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अध्ययनों में दालचीनी के सेवन से बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं पर इसे दवाओं की जगह पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। सहायक उपचार के रूप में किसी भी औषधि का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें। औषधियों में मौजूद रसायन या यौगिक कुछ स्थितियों में दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं। दालचीनी का अधिक सेवन करना भी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

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