रायगढ़। छत्तीसगढ़ में भले ही मानसून 10 दिन लेट से आया हो लेकिन बीते दो दिनों से पूरे प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जन जीवन प्रभावित हो गया है। कई जगह ऐसे है जहां बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए है। नदी नाले पहली ही बारिश में उफान पर आ गए हैं। भारी बरसात के चलते नेशनल हाईवे के साथ-साथ शहर की सड़कों में भी जल भराव के कारण यातायात प्रभावित हुआ है और कुछ निचले इलाकों के कालोनियों और मोहल्लों में भी पानी घुसने से वहां के लोग सुबह से लेकर दोपहर तक हलाकान रहे। रायगढ़ के रेलवे स्टेशन में बरसात का पानी शेड तोड़कर वहां बैठे यात्रियों पर गिर रहा था जिससे प्लेटफार्म मंे भी स्थिति बदहाल रही।
सुबह से हो रही बारिश से छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में घुसा पानी
मानसुन पहुंचते ही छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने पहले जारी कर दिया था। जिसके कारण कल देर रात हो रही झमाझम बारिश से शहर के कई इलाके जलमग्न की स्थिति में आ गए हैं वहीं छत्तीसगढ़ के कोरिया, मनेन्द्रगढ़ के अलावा रायगढ़ जिले के लैलूंगा व धरमजयगढ़ में भी हालात बिगड़ रहे हैं। इतना ही नही महानदी के आसपास के लगभग 22 गांव को पहले से ही अलर्ट घोषित कर दिया गया है और प्रशासन ने अधिकारियों को बारिश पर नजर रखने के निर्देश दिये ताकि कोई अनहोनी न हो।
बाढ़ नियंत्रण के लिये बनाया गया कंट्रोल रूम
बीते 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण महानदी व केलो नदी सहित मांड नदी उफान में आने से पहले इसके आसपास बसे गांव को अलर्ट कर दिया गया है। इसके लिये जिला कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिला प्रशासन के सभी विभागों को अलर्ट पर रखा है। उन्होंने राजस्व और पंचायत विभाग के मैदानी अमले को फील्ड स्तर पर लगातार निगरानी के निर्देश दिए हैं। जिन पंचायतों में बाढ़ की स्थिति बनती है वहां विशेष सतर्कता बरतने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर जिले में बाढ़ अतिवृष्टि से किसी भी प्रकार की क्षति होने की सूचना एवं सहायता के लिये जिला कार्यालय रायगढ़ में 24 घंटे संचालित कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसमें दूरभाष नंबर 07762-223750 पर कॉल कर संपर्क किया जा सकता है।